
सीतापुर : जिलाधिकारी डॉ. राजागणपति आर. के निर्णायक निर्देशों के बाद सीतापुर शहर में एक बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई की तैयारी शुरू हो गई है। जिलाधिकारी ने ऐलान किया है कि शहर के पाँच प्रमुख चौराहों का महानगरों की तर्ज पर आधुनिक सौंदर्यीकरण किया जाएगा। इस पहल की शुरुआत लालबाग चौराहा, आँख अस्पताल तिराहा, बस स्टैंड तिराहा, कैप्टन मनोज पांडे चौराहा और कोतवाली चौराहा से होगी।
ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों की अब खैर नहीं
जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं कि यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ और आधुनिक बनाने के लिए चौराहों पर फोर-वे ट्रैफिक सिग्नल लगाए जाएंगे। सबसे महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए अब ऑटोमैटिक चालान प्रणाली के लिए एएनपीआर कैमरे (ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन) तथा एक आधुनिक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जाएगा। इसका सीधा अर्थ है कि नियमों का उल्लंघन करने वालों का चालान अब कैमरे की नजर से बच नहीं पाएगा। साथ ही, अवैध पार्किंग पर लगाम कसने के लिए टोइंग वाहनों की समुचित व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाएगी।
150 मीटर परिधि में होगी सफाई
सौंदर्यीकरण की राह में सबसे बड़ी बाधा अतिक्रमण को हटाने के लिए प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए हैं कि चिन्हित चौराहों के चारों ओर 150 मीटर की परिधि में स्थित सभी स्थायी एवं अस्थायी अतिक्रमण को नियमानुसार हटवाया जाए। स्थायी अतिक्रमण के मामलों में संबंधित व्यक्तियों को नोटिस जारी कर विधिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। इस सख्त कार्रवाई का उद्देश्य यातायात व्यवस्था को सुचारु करना और आम जनमानस को रोजाना के जाम की समस्या से स्थायी राहत दिलाना है। यह कार्रवाई स्पष्ट संकेत देती है कि शहर के विकास में बाधा बनने वालों को अब बख्शा नहीं जाएगा।
ई-रिक्शा चालकों को सख्त चेतावनी
यातायात को व्यवस्थित करने के लिए जिलाधिकारी ने ई-रिक्शा चालकों को लेकर भी एक बड़ा निर्देश जारी किया है। अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका को निर्देशित किया गया है कि शहर में संचालित ई-रिक्शा के पंजीकरण हेतु नगर पालिका परिषद में विशेष काउंटर की व्यवस्था की गई है। ई-रिक्शा चालक नगर पालिका परिषद की वेबसाइट पर जाकर स्वयं अथवा सहायता के माध्यम से पंजीकरण करा सकते हैं। पंजीकरण हेतु 500 रुपये की धनराशि निर्धारित की गई है।
सबसे महत्वपूर्ण यह है कि पंजीकरण के बाद ई-रिक्शा संचालन के लिए कलर कोडिंग एवं होलोग्राम के माध्यम से निर्धारित रूट लागू किए जाएंगे। जिलाधिकारी ने स्पष्ट कर दिया है कि पंजीकरण न कराने की स्थिति में ट्रैफिक विभाग द्वारा नियमानुसार कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। यह कदम शहर के प्रमुख मार्गों पर ई-रिक्शा की भीड़ और अव्यवस्था को नियंत्रित करने की दिशा में एक बड़ी पहल मानी जा रही है।










