
Sitapur : सीतापुर जिले के बीएसए बेल्टकांड मामले ने जातीय रूप ले लिया है। प्रधानाध्यापक बृजेंद्र वर्मा के समर्थन में ओबीसी महासभा खुलकर सामने आई है और कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन किया तथा ज्ञापन सौंपा है। यह घटना अब संगठन बनाम प्रशासन और जातिगत लामबंदी की लड़ाई में बदल गई है।
मामले से जुड़े अन्य घटनाक्रम
बीएसए पर जांच: बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) अखिलेश प्रताप सिंह के खिलाफ भी जांच शुरू कर दी गई है। उन पर प्रधानाध्यापक पर शिक्षिका अवंतिका गुप्ता की फर्जी हाजिरी लगाने का दबाव बनाने का आरोप है।
प्रधानाध्यापक की गिरफ्तारी और निलंबन: प्रधानाध्यापक बृजेंद्र वर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था और बीएसए ने उन्हें निलंबित भी कर दिया था।
वहीं सोमवार को जेल में बंद प्रधानाध्यापक की जमानत के लिए जिला जज के यहां अर्जी लगाई गई थी, जिसे मंगलवार को दूसरे जज के यहां ट्रांसफर किया जाएगा। इससे पहले मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी थी।
जनता और छात्रों का समर्थन मिला
बता दे कि इस घटना के बाद स्कूल के बच्चों और ग्रामीणों ने प्रधानाध्यापक के समर्थन में प्रदर्शन किया था स्कूल में ताला डाल दिया था और उन्हें जेल से रिहा करने की मांग की थी।
मामले की दिशा अब जमानत पर टिकी है, जिसका फैसला इस पूरे विवाद की अगली गति तय करेगा।
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