
- सीतापुर में ड्यूटी से गायब मिले अधीक्षक समेत सभी डॉक्टरों का एक दिन का वेतन कटा, फार्मासिस्ट को 15 दिन का अल्टीमेटम
लहरपुर, सीतापुर। नवागत जिलाधिकारी डॉ. राजा गणपत आर ने पदभार संभालते ही कड़ा रुख अपना लिया है। देर रात सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लहरपुर में उनके औचक निरीक्षण से स्वास्थ्य महकमे में जबरदस्त हड़कंप मच गया। निरीक्षण के दौरान, सीएचसी अधीक्षक सहित लगभग सभी डॉक्टर और कई कर्मचारी अपनी ड्यूटी से नदारद मिले।
डीएम डॉ. राजा गणपत आर ने अचानक अस्पताल पहुंचकर स्वास्थ्य सेवाओं का हाल जाना। इस दौरान, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुरेश कुमार भी उनके साथ मौजूद रहे। जब बारीकी से उपस्थिति की जाँच की गई, तो पता चला कि अस्पताल एक तरह से बिना डाक्टर के चल रहा है। अधीक्षक डॉ. अरविंद बाजपेई, गाइनेकोलॉजिस्ट डॉ. गोविंद गुप्ता, और एनीस्थििस्ट डॉ. विनय भदोरिया जैसे महत्वपूर्ण पदों पर तैनात डॉक्टर अनुपस्थित पाए गए।
डीएम का कड़ा निर्देश
स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति घोर लापरवाही और मरीजों के जीवन से खिलवाड़ होता देख, डीएम सख्त हो गए। उन्होंने मौके पर ही सभी अनुपस्थित कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटने का निर्देश दिया।
इससे भी बड़ा एक्शन लेते हुए, उन्होंने व्यवस्थाओं के प्रभारी फार्मासिस्ट डीसी गुप्ता को 15 दिन के भीतर अस्पताल की सभी व्यवस्थाएं सुधारने का अंतिम अल्टीमेटम दिया है। यदि 15 दिनों में स्थिति नहीं सुधरती है, तो उन पर और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सभी पटलों का गहन निरीक्षण
डीएम ने अस्पताल के एक-एक पटल (विभाग) का गहनता से निरीक्षण किया और रिकॉर्ड्स की बारीकी से जांच की। नवागत डीएम का यह कड़ा एक्शन संदेश देता है कि सरकारी कामकाज में लापरवाही अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर उनकी सख्ती से जिले के अन्य सरकारी अस्पतालों में भी हड़कंप की स्थिति है।
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