
- धान-गन्ना धराशाई… क्या बाढ़ के ‘घाव’ अब भी हरे हैं?
Sitapur : शारदा नदी का जलस्तर घटने के बाद क्षेत्र में पानी कम हो गया था, लेकिन रविवार रात से हुई मूसलाधार बारिश के कारण कस्बे की कई मुख्य सड़कों सहित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पानी भर गया है। इससे स्वास्थ्य केंद्र आने वाले मरीजों और तीमारदारों को परेशानी का सामना करना पड़ा। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सामने से सिर्सटोला पश्चिमी जाने वाली मुख्य सड़क पर लगभग एक फुट पानी भर गया, जिससे आवागमन मुश्किल हो गया। इसी मार्ग पर स्थित जीनियस मॉन्टेसरी स्कूल के छात्र-छात्राओं को भी पानी से होकर गुजरना पड़ा।
स्कूल प्रबंधक सलाहुद्दीन टीपू ने बताया कि बरसात होने पर यह सड़क पानी से भर जाती है, जिससे स्कूल आने वाले छात्र-छात्राओं को काफी दिक्कत होती है। जलनिकासी एक बड़ी समस्या बनी हुई है। मुख्य चौराहे से पुरानी बाजार जाने वाली सड़क भी पानी से भर गई है। देर रात हुई मूसलाधार बारिश और तेज हवाओं के कारण विद्युत उपकेंद्र में कुछ खामियां आ गईं, जिससे रात दो बजे से क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई।
बारिश से प्रभावित हुईं धान और गन्ना की फसलें, चिंतित किसान
रविवार रात से क्षेत्र में हुई झमाझम बरसात और तेज हवाओं से धान, गन्ना, उड़द और केले की फसलों को नुकसान हुआ है, जिससे किसान चिंतित हैं। तराई क्षेत्र में रविवार रात से हुई बारिश से खेतों में खड़ी धान की फसलें गिर गई हैं। खेतों में कटने के लिए तैयार और कटी पड़ी उड़द की फसल भीगने से खराब हो गई। केला और गन्ना की फसलों को भी हवाओं से आंशिक नुकसान हुआ है। इस समय फसलों की कटाई का समय है और बारिश होने से किसानों को नुकसान हुआ है।