सीतापुर के दौरा पर आए राजस्थान के मुख्यमंत्री ने नैमिषारण्य में टेका माथा, की पूजा अर्चनानैमिषारण्य-सीतापुर। नैमिषारण्य तपोभूमि सनातन धर्म की आध्यात्मिक विरासत का परम पुनीत धाम है। इस पावन तीर्थ के प्रति राजस्थान के लोगों में विशेष आस्था है हमारा मन है कि हम यहां पर राजस्थान का एक आधिकारिक भवन बनाएं जिससे इस तीर्थ में हमारे प्रांत से आने वाले लोगों को न केवल तीर्थ का सानिध्य प्राप्त हो बल्कि अपनी माटी की निकटता का भी अनुभव हो सके। उपरोक्त बातें आज नैमिषारण्य तीर्थ में दर्शन पूजन करने पहुंचे राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कही।
राजस्थान के मुख्यमंत्री, प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री जेपीएस राठौर के साथ सबसे पहले लोनिवि गेस्ट हाउस पहुंचे जहां प्रदेश महामंत्री व एलएमसी अनूप गुप्ता, भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश शुक्ला व भाजपा पदाधिकारियों ने सीएम का स्वागत किया यहां से सीएम मां ललिता देवी मंदिर पहुंचे, जहां सीएम ने प्रधान पुजारी गोपाल शास्त्री व मंदिर प्रबंधक बम शंकर दीक्षित द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार बीच पूजन-अर्चन किया। मुख्य प्रांगण में पूजन स्थान के बाद सीएम ने मंदिर स्थित हवन कुंड में आहुतियां प्रदान की। इसके बाद सीएम चक्रतीर्थ पहुंचे जहां पुजारी राजनारायण पांडेय व आचार्य रमेश शास्त्री ने सीएम को तीर्थ के महत्व से परिचित कराया। इसके बाद सीएम ने तीर्थ के जल में पूजा-अर्चना की।
इसी कड़ी में सीएम ने तीर्थ प्रांगण पर मौजूद पहला आश्रम महंत नारायणदास, स्वामी विद्यानन्द, रामानुजकुमारी माता जी, प्रीतमदास, चरणदास त्यागी आदि आदि संतों को नमन वंदन किया। तीर्थ प्रांगण पर प्रदेश महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ला, सांसद अशोक रावत, एमएलसी पवन सिंह, मिश्रिख विधायक रामकृष्ण भार्गव, सिधौली विधायक मनीष रावत, ब्लॉक प्रमुख रामकिंकर पांडेय, जिला प्रभारी नीरज सिंह, मिश्रिख-नैमिषारण्य अध्यक्ष प्रतिनिधि बब्लू सिंह आदि भाजपाइयों ने सीएम का स्वागत अभिनन्दन किया।