
Maholi, Sitapur : महोली क्षेत्र में एक खूंखार बाघ ने अपनी जगह फिर से बदल ली है, जिससे वन विभाग की टीमें खाली हाथ रह गई हैं। लगभग एक महीने पहले, इसी बाघ ने नरनी गांव में 24 वर्षीय सौरभ पर हमला कर उसे मार डाला था, जिसके बाद ग्रामीणों में वन विभाग के प्रति काफी गुस्सा था।
बाघ को पकड़ने के प्रयास
कमांड सेंटर और टीमें
घटना के बाद वन विभाग ने नरनी गांव में एक कमांड सेंटर स्थापित किया और लगभग 40 विशेषज्ञों व आधुनिक उपकरणों की टीम को बाघ को पकड़ने के काम में लगाया।
ट्रैप कैमरे और पिंजरे
बाघ को पकड़ने के लिए कई ट्रैप कैमरे और पिंजरे लगाए गए थे, लेकिन चालाक बाघ को पकड़ने में सफलता नहीं मिली।
शिकार और ड्रोन निगरानी
रविवार की रात बाघ ने नरनी और श्यामजीरा के बीच वन विभाग द्वारा बांधे गए दूसरे पड़वे (पशु) का शिकार किया। इससे पहले, दस दिन पहले भी सीतापुर में एक पड़वे का शिकार किया गया था। ड्रोन से निगरानी के बावजूद बाघ की लोकेशन का पता नहीं चल पाया।
नवीनतम घटनाक्रम
लोकेशन में बदलाव
बाघ ने फिर से अपनी लोकेशन बदल ली है, जिससे विशेषज्ञों को चुनौती मिली है।
रेड जोन घोषित
हाल ही में ड्रोन कैमरे से बाघ की पुष्टि होने के बाद महोली-श्यामजीरा-नरनी रोड को रेड जोन घोषित कर दिया गया और लोगों की आवाजाही रोक दी गई।
विशेष निगरानी
एक वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में विशेष निगरानी रखी जा रही है। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बाघ की लोकेशन का पता चल गया है और उसे जल्द ही पकड़ने की योजना बनाई जा रही है।
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