
- एसडीएम ने ध्वस्त की नियम विरुद्ध कॉलोनियाँ
- जिलाधिकारी के निर्देश पर सक्रिय हुआ तहसील प्रशासन
- कृषि भूमि का श्रेणी परिवर्तन और ले-आउट पास कराए बिना प्लॉटिंग कर रहे थे भू-विक्रेता
- करीब चार बीघा जमीन पर की गई कार्रवाई, भू-माफियाओं में हड़कंप
Maholi, Sitapur : सीतापुर के जिलाधिकारी राजागणपति द्वारा अवैध प्लॉटिंग करने वाले भू-विक्रेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू करने के बाद, महोली तहसील प्रशासन भी पूरी तरह से सक्रिय हो गया है। तहसील प्रशासन अब नियम विरुद्ध अवैध प्लॉटिंग करने वालों का चिह्नीकरण कर रहा है।
इसी क्रम में, उपजिलाधिकारी (एसडीएम) देवेंद्र कुमार मिश्रा के निर्देश पर नगर के अढ़ौरी वार्ड और कैथा गाजीपुर में अवैध रूप से की जा रही प्लॉटिंग को जेसीबी चलाकर ध्वस्त कर दिया गया।
उपजिलाधिकारी देवेंद्र कुमार मिश्रा ने बताया कि अधिकांश भू-विक्रेता कृषि योग्य भूमि का एग्रीमेंट करते हैं या उसे खरीदकर सीधे प्लॉटिंग शुरू कर देते हैं। कुछ लोग केवल कृषि योग्य भूमि की श्रेणी परिवर्तन (धारा 80) करा लेते हैं और प्लॉट की बिक्री शुरू कर देते हैं, जो पूरी तरह से अवैध और नियम विरुद्ध है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी भू-विक्रेता को जमीन का श्रेणी परिवर्तन कराने के बाद नगर पंचायत या संबंधित प्राधिकरण से ले-आउट (नक्शा/डिजाइन) पास कराना अनिवार्य है, तभी प्लॉट की वैध बिक्री की जा सकती है। उन्होंने चेतावनी दी कि शासनादेशों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
कैथा गाजीपुर में चार बीघा जमीन पर हुई कार्रवाई
देर शाम एसडीएम के निर्देश पर कैथा गाजीपुर में नगर क्षेत्र के अंदर और बाहर स्थित लगभग चार बीघा भूमि पर हो रही अवैध प्लॉटिंग को ध्वस्त किया गया। यह भूमि खतौनी फसली वर्ष 1428-1433 के अनुसार दो अलग-अलग गाटा संख्याओं में दर्ज थी, जिसमें अनंग पाल पुत्र पप्पू, कमलेश कुमार पुत्र बाबूराम और गौरव अग्रवाल पुत्र विनोद कुमार का नाम था।
नायब तहसीलदार महेंद्र सिंह के नेतृत्व में राजस्व टीम मौके पर पहुंची और जेसीबी की मदद से अवैध रूप से विकसित की गई प्लॉटिंग, सड़कों और बाउंड्री को ध्वस्त कर दिया। इस कार्रवाई के बाद एसडीएम ने साफ निर्देश दिए कि शासनादेशों का उल्लंघन किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
तालाब की जमीन पर कब्जे की आशंका
एसडीएम ने तहसील क्षेत्र के लेखपालों को निर्देश दिया है कि वे ऐसे अवैध प्लॉटिंग करने वालों को चिह्नित करें और तुरंत उनकी सूची बनाकर प्रस्तुत करें। जानकारी के अनुसार, नगर क्षेत्र में लगभग एक दर्जन स्थानों पर अवैध प्लॉटिंग की जा रही है। यह भी चर्चा है कि कुछ भू-विक्रेताओं ने तालाब की जमीन पर भी कब्जा कर लिया है। प्रशासन की इस अचानक और बड़ी कार्रवाई से अवैध भू-विक्रेताओं में हड़कंप मच गया है।












