
Sitapur : गोंदलामऊ क्षेत्र के बैशौली गांव की अस्थाई गौशाला में तेंदुए की गतिविधियों से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। पिछले 15 दिनों में तेंदुए ने कई गौवंशों को अपना शिकार बनाया है।
ग्राम प्रधान के अनुसार, 1 और 3 सितंबर को तेंदुए ने दो बछड़ों का शिकार किया। रविवार रात गौशाला में लगे सीसीटीवी कैमरे में तेंदुए की मौजूदगी दर्ज हुई। प्रधान राजेश कुमार ग्रामीणों के साथ मौके पर पहुंचे और शोर मचाने पर तेंदुआ वहां से भाग गया।
गौशाला में मौजूद गौवंशों की संख्या को लेकर अधिकारियों में मतभेद है। उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी सिधौली डॉ. उमेश कुमार गौवंशों की सटीक संख्या नहीं बता पाए। वहीं, गोंदलामऊ के मुख्य पशु चिकित्साधिकारी आलोक शुक्ला ने 117 गौवंश होने की जानकारी दी, जबकि ग्राम प्रधान राजेश कुमार ने 127 गौवंश होने का दावा किया।
दैनिक भास्कर की टीम ने मंगलवार को गौशाला का निरीक्षण किया, तो वहां केवल 111 छोटे-बड़े गौवंश पाए गए। वन विभाग ने तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया है। वन दरोगा ऋषभ सिंह तोमर के अनुसार, सोमवार को न तो कैमरे में तेंदुए की कोई गतिविधि दिखाई दी और न ही पिंजरे के पास कोई पगचिह्न मिले। शाम को पिंजरे में बकरी को चारा के रूप में बांधा जाता है।
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