सीतापुर। आए दिन होने वाली घटनाओं को देखते हुए न्यायालय परिसर की सुरक्षा और भी सख्त कर दी गई है। सख्ती का आलम यह है कि एक माह पूर्व ही सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालने वाले इन्सपेक्टर मुकेश वर्मा पूरा-पूरा दिन न्यायालय के सभी गेटों की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते रहते है। यही नहीं सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए उन्होंने अधिवक्ताओं के वाहनों को छोड़ गैर वाहनों के प्रवेश पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी है।
इतना ही नहीं संदिग्ध दिखने वाले लोगों से गेट पर तलाशी ली जाती है तथा पूछताछ के बाद ही उन्हें अंदर प्रवेश दिया जाता है।बताते चलें कि न्यायालय में गैंगेस्टर मुजीब की घटना के बाद तो सुरक्षा सख्त थी ही लेकिन जबसे न्यायालय के न्यायाधीश को परिवार समेत जान से मारने की धमकी दी गई थी तब से पहरा और भी सख्त कर दिया गया है। इस पहरे की जिम्मेदारी एक माह पूर्व आए इस्पेक्टर मुकेश वर्मा के कंधों पर है जिसे वह बखूबी निभा रहे है।
उनका पहरा इस बात की गवाही है कि बिना इजाजत न्यायालय परिसर में कोई भी प्रवेश नहीं कर सकता। अगर संदिग्ध है तो तलाशी भी ली जाएगी। सुरक्षात्मक दृष्टि से अनेकों लोग गेट पर कुर्सी डाल बैठे रहते हैं लेकिन श्री वर्मा के कार्यकाल में ऐसा करना संभव नहीं हो पा रहा है क्योंकि वह खुद ही पूरा दिन सभी छह गेटों पर कांबिग करते रहते है। जिससे मातहत भी निगरानी करने में सख्त दिखते है। श्री वर्मा का सख्त आदेश है कि गेट के अंदर सिर्फ अधिवक्ताओं के वाहन ही प्रवेश होंगे बाहरी लोगों के नहीं।