सीतापुर। लहरपुर वन रेंज में लकड़ी के अवैध कारोबार व ओवर लोडिंग में वसूली वन विभाग व पुलिस अधिकारियों की कमाई का मुख्य जरिया बन गई है। केवल लहरपुर कस्बा ही नहीं रेंज के ग्रामीण इलाकों में भी चल रहा है वसूली का खेल। मजे की बात तो ये है सियासी सांठ गांठ से चलने वाले इस सरकारी वसूली रैकेट पर शासन की सख्ती भी बेअसर है। ये सारे आरोप सामाजिक कार्यकर्ता इंजी नुसरत अली ने लगाए गए हैं। उनकी ओर से मुख्यमंत्री से की गई शिकायत जांच कर विभागीय कारवाई किए जाने की मांग की है।
लहरपुर में जमकर हो रहा अवैध कटान, शिकायत पर भी सुनवाई नहीं
लहरपुर वन क्षेत्राधिकारी ब्रजेश पांडे के इशारे पर लकड़कटे व चहेते दलाल पोनू किसान का पेड़ कटवाए जाने के बाद सामाजिक कार्यकर्ता इन्जी नुसरत अली ने भी लहरपुर वनरेंज में व्याप्त भ्रष्टाचार का खुलासा करते हुए रेंजर ब्रजेश पांडे पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इंजि नुसरत अली ने मुख्यमंत्री से की गई शिकायत में रेंजर पर अवैध कटान से वसूली किए जाने का आरोप लगाया है। उनके अनुसार लहरपुर से लेकर तंबौर तक रेंजर द्वारा अपने मातहत फारेस्ट गार्ड व डिप्टी रेंजर से अवैध वसूली किए जाने कि बात कही है। वहीं रेंजर की ओर वसूली के खेल में कुछ रिटायर कर्मचारियों का भी इस्तेमाल किया रहा है।
वहीं शिकायतकर्ता का आरोप है कि वसूली में बाकायदा रेट निर्धारित है। लहरपुर व तंबौर में अवैध कटान में प्रति ट्राली तीन हजार व प्रति ट्रक सात हजार रूपए खुलेआम वसूले जा रहे है। जबकि पुलिस का रेटकार्ड अलग है। लकड़ी के सूत्रों के अनुसार तो तंबौर कस्बे में धर्मकांटे ही पुलिस व वन विभाग के वसूली एजेंट बन गए है। अपनी शिकायत में नुसरत अली ने जांच कर विभागीय कारवाई की मांग की है। इस सम्बन्ध में लहरपुर वन क्षेत्राधिकारी ब्रजेश पांडे का कहना है कि नुसरत अली ने शिकायत की है जिसका जवाब दिया जा चुका है।