सीतापुर। गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा मुद्रासन से धूमधाम से भव्य शोभायात्रा निकाली गयी। जिसमें क्षेत्र के हजारों सिख शामिल हुए। सिक्खों के अंतिम गुरु ‘गुरु गोविन्द सिंह’ के जन्मोत्सव को सिक्ख समुदाय के अनुयायी बड़े ही जोश, उत्साह के साथ मनाते है। गुरु गोविन्द सिंह के पिता गुरु तेग बहादुर सिंह सिक्खों के नवम गुरु थे। गुरु गोविन्द सिंह एक कुशल योद्धा भी थे उन्होंने मुगल शासकों के भारत पर अत्याचारों के विरुद्ध अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया था।
उनके चार पुत्रों को अत्याचारी मुगल शासक औरंगजेब ने जिन्दा दीवार में चुनवा दिया था लेकिन गुरु गोविन्द सिंह ने हार नहीं मानी थी, वह कभी झुके नहीं, वह जीवन भर मुगलिया अत्याचारों से लड़ते रहे। मुद्रासन से प्रारम्भ हुयी शोभायात्रा में आगे आगे पंच प्यारे चल रहे थे। गुरु वाणी संकीर्तन हो रहा था। पूरी ननकपुरी टांडा की गतका पार्टी के युवा विभिन्न हैरतँगेज करतब दिखा कर लोगों को आश्चर्यचकित कर रहे थे।
गुरु पालकी के साथ साथ भारी संख्या में श्रद्धालु प्रसाद वितरण करते चल रहे थे। मुद्रासन चौराहा पर पंहुची शोभायात्रा का कारागार राज्य मन्त्री सुरेश राही ने फूल मालाओं के साथ स्वागत किया। जहां से शोभायात्रा हरगांव पंहुची, नगर में शोभायात्रा का स्वागत धौरहरा संसद के पुत्र अनिमेष पटेल द्वारा किया गया साथ ही रास्ते को साफ कर शोभायात्रा में सहयोग किया व चेयरमैन गफ्फार खान ने भी फूल बरसा कर शोभायात्रा का स्वागत किया किया।
जिसके बाद यह शोभायात्रा गुरुद्वारा गंज हरगांव पंहुची। जहां से शोभायात्रा ने नगर भ्रमण किया। ज्ञानी गुरदीप सिंह चीमा, प्रतिपाल सिंह, हरदेव सिंह, हरभजन सिंह, जसविंदर सिंह लाडी, गुरुचरण सिंह, बलवंत सिंह, परमजीत सिंह, लखविंदर सिंह, बखशीस सिंह, कुलबीर सिंह, बलजीत सिंह, रणजीत सिंह इटली, हरपाल सिंह, राजवंत सिंह, सोनू, मोनू, मनदीप सिंह, शांतनु मिश्रा, संजय जायसवाल, कपिल सिंह, शेरा सिंह मदन श्रीवास्तव, पंकज शुक्ला, अरुणेश त्रिपाठी, सीमू खान, मो अनीस, अशोक मिश्रा, संतोष सिंह, संजय दीक्षित, आदि सम्मिलित रहे। सिख समाज द्वारा स्थानीय पत्रकारों को भी सम्मानित किया गया।