सीतापुर। जहांगीराबाद में बिसवां विकास खण्ड की ग्राम पंचायत पूंजीखेरा में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। ग्राम पंचायत द्वारा गांवों में निर्माणाधीन कार्य मानक विहीन कराये जा रहे हैं। किसी ग्रामवासी की हिम्मत नहीं कि प्रधान प्रतिनिधि से बनवाये जा रहे नाला, नालियों और खड़ञ्जों के बारे में पूछ भी सके। मनमाने तरीके से घटिया निर्माण जारी है जिसकी बानगी ग्राम पंचायत के मजरा चमारन पुरवा में बखूबी देखने को मिला जहां ग्राम पंचायत द्वारा बनवाये जा रहे नाले में मानक विहीन खंजड़ और लाल ईंटों को लगाकर प्लास्टर किया जा रहा है। इस नाले के निर्माण में भारी अनियमितता बरती जा रही है।
प्रधान प्रतिनिधि ने बताया कि मनरेगा से पिछले साल का कराया जा रहा कार्य
चमारन पुरवा में गांव की नालियों और बरसात के पानी की निकास के लिए गांव के अन्दर से तालाब तक लगभग मीटर पतला नाला ग्राम पंचायत पूंजीखेरा के ग्राम प्रधान प्रतिनिधि संजय कुमार वर्मा द्वारा बनवाया जा रहा है जिसमें मानक से हटकर खराब किस्म के ईंटों का प्रयोग किया जा रहा है। जिम्मेदार कभी निर्माणाधीन कार्यों को देखने तक नहीं पहुंचते क्योंकि शायद ऐसे कार्य जिम्मेदारों से पहले से ही मिलकर किये जाते हैं।
बी डी ओ ने कहा इस समय मनरेगा नहीं हो रहा कार्य
गौरतलब है कि गांवों में प्रधान की दबंगई से का इतना अधिक खौफ है कि कोई भी आदमी मानक विहीन गलत कार्य होने के बावजूद जुबान खोलने को तैय्यार नहीं है। इस सम्बन्ध में जब खण्ड विकास अधिकारी काजल रावत से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि मनरेगा से अभी कोई कार्य नहीं कराया जा रहा है फिर भी मैं दिखवाती हूं।
नाला निर्माण में कराया जा रहा मानक विहीन कार्य
आप प्रधान से मालूम कर लें। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि संजय कुमार वर्मा ने बताया कि यह नाला निर्माण का कार्य गत वर्ष का है जो रह गया था उसे ही ग्राम पंचायत द्वारा कराया जा रहा है।यह मनरेगा के अन्तर्गत ही हो रहा है। इससे साफ है कि इस कार्य का पैसा भी घालमेल कर पहले ही निकाल लिया गया होगा। अब देखना यह होगा कि जिम्मेदार कोई कार्यवाही करते हैं या यह कार्य इसी प्रकार मानक विहीन ही पास हो जाता है।