सीतापुर। सरकार महिलाओं तथा बालिकाओं को लेकर बेहद संजीदा है लेकिन अपराधी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे है। अपने भाई की हत्या की चश्मदीद गवाह उसकी बहन अपनी हत्या के डर से स्कूल पढ़ने नहीं जा रही है। उसको पढ़ाई छोड़े हुए करीब एक वर्ष से अधिक हो चुका है फिर भी इस मामले में ना तो शिक्षा विभाग ने कभी जानने की कोशिश की और ना ही पुलिस विभाग में। वहीं आज सीतापुर न्यायालय से वापस जाते समय हत्या के आरोपियों ने उसे रोक कर धमकी दी है। जिसकी लिखित शिकायत पीडि़त पक्ष द्वारा बिसवां थानाध्यक्ष को संबोधित कर की है।
तीन वर्ष पूर्व हुई भाई की हत्या में चश्मदीद गवाह है बालिका
घटना के विषय में मिली जानकारी के मुताबिक ग्राम गनेशीपुरवा थाना बिसवां निवासी कमलेश के पुत्र की तीन वर्ष पूर्व हत्या कर दी गई थी। इस मामले में दर्ज रिपोर्ट में दो लोगों रामनाथ व ममता को नामजद किया गया था। इस मामले में चश्मदीद गवाह उसकी छोटी बहन रिंकी है। आज उसी के बयान पड़ने थे और वह आज अपने भाई अनूप तथा पिता कमलेश के साथ सीतापुर न्यायालय आई थी। यहां से वापस जाते समय रास्ते में भोलागंज तथा सांडा के बीच दोनों विपक्षियों तथा एक अन्य बाइक बाइक पर सवार दो अज्ञात लोगों ने अनूप, कमलेश तथा रिंकी की बाइक को रोक लिया और गवाही ना देने की धकमी दी। बिसवां थानाध्यक्ष को दिए गए प्रार्थना पत्र में कहा गया है कि उसने अपनी हत्या के डर से करीरब एक वर्ष से स्कूल जाना छोड दिया है वह घर से दो किलोमीटर दूरी पर स्थित सकरन प्राथमिक विद्यालय में पढ़ती थी।
क्या कहते हैं अधिकारी
इस बारे में जब बीएसए अखिलेश प्रताप सिंह से वार्ता की गई तो उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी नहीं है। अगर ऐसा है तो वह बीओ को भेजकर परिजनों से वार्ता करेंगे। अगर मामला सही है तो संबंधित थाना को पत्र लिखकर कार्रवाई के लिए कहा जाएगा। वहीं थानाध्यक्ष बिसवां ने बताया कि इस तरह का मामला अभी संज्ञान में नहीं आया है अगर ऐसा है तो मामले में जांच कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।