Sitapur : कटान पीड़ितों का फूटा गुस्सा, धरने पर बैठ की नारेबाजी

  • अब तक सैकड़ो बीघा कृषि योग्य भूमि व खड़ी फसलें शारदा चुकी निगल’

Tambaur-Sitapur : विकास खण्ड बेहटा की ग्राम पंचायत मानपुर मल्लापुर के मजरा लखनीपुर में शारदा नदी के तेज कटान के कारण ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। नदी कटान की वजह से अब तक ग्रामीणों की सैकड़ो बीघा कृषि योग्य भूमि व धान गन्ने की खड़ी फसलें नदी में समा चुकी है। इसके बावजूद प्रशासन की तरफ से कोई ठोस कदम न उठाए जाने से नाराज ग्रामीण धरना प्रदर्शन करने को मजबूर हो गए।

कटान पीड़ित संघर्ष मोर्चा के जिला अध्यक्ष अशोक कुमार मौर्य भी धरने में शामिल हुए। उन्होंने प्रशासन पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि अब तक किसी प्रकार का बचाव और राहत कार्य नहीं किया गया है, जिससे नदी कटान को रोका जा सके। धरने पर बैठे ग्रामीणों ने नारेबाजी कर प्रशासन से कटान रोकने की मांग उठाई। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक प्रशासन उनकी मांगों को पूरा नहीं करता, तब तक उनका धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।

’कटान रोको संघर्ष मोर्चा ने एसडीएम को दिया ज्ञापन’

कटान रोको संघर्ष मोर्चा की तरफ से उपजिलाधिकारी आकांक्षा गौतम को ज्ञापन देकर शारदा नदी में कटी जमीनों का मुआवजा व फसल क्षतिपूर्ति को तत्काल दिलवाए जाने और रायमंडोर गांव से मुख्य मार्ग तक जाने वाली सड़कों को बनवाये जाने को लेकर मांग की गई है। इन मांगों को लेकर उपजिलाधिकारी ने कटान रोको संघर्ष मोर्चा को जल्द समाधान का आश्वासन दिया है।

’कई गांवों में घुसा बाढ़ का पानी’
लगातार हो रही मूसलाधार बारिश व बैराजों से छोड़े गए पानी के कारण शारदा नदी उफान मारते हुए आबादी की ओर नदी का पानी बहा रही है जिससे क्षेत्र के कई गांवों में बाढ़ का पानी पहुंच गया है। बसंतापुर निवासी संजय गुप्ता ने बताया गांव के करीब पचास घरों में बाढ़ का पानी पहुंच गया है और एक बाग में नदी कटान कर रही है। गन्ना व धान की फसलें डूब गई है। बसंतापुर निवासी विनीत तिवारी ने बताया बसंतापुर,कोलूपुरवा और देवपालपुर में बाढ़ का पानी घुस गया है। लगातार बढ़ते जलस्तर को देखते हुए कस्बा तंबौर सहित लगभग दो दर्जन गांवों पर बाढ़ को लेकर संकट के बादल मंडराने लगे है।

लहरपुर तहसीलदार मनीष त्रिपाठी ने बताया लखनीपुर हम लोग गए थे साथ मे सिंचाई विभाग के एक्सीएन विशाल पोरवाल भी थे। मौके पर कटान रोधी कार्य चल रहा है। धरना प्रदर्शन को लेकर बताया मौर्या जी सिर्फ नेतागिरी को लेकर गए है गांव के लोग ही उनका विरोध कर रहे है।गांव के लोग ही नही चाहते है कि वहां कोई धरना हो।गाँव के लोग हमारे साथ है ग्रामीण कटान रोधी कार्य मे हमारी मदद भी कर रहे है।

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