
इमलिया सुल्तानपुर, सीतापुर : जहां एक ओर सीतापुर जिले के जिलाधिकारी राजा गणपति आर लगातार औचक निरीक्षण कर रहे हैं और किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या न हो, इसके लिए निरंतर प्रयासरत हैं, वहीं दूसरी ओर उनके आदेशों का जिम्मेदारों द्वारा पालन नहीं किया जा रहा है। हाल ही में जिलाधिकारी द्वारा गन्ना किसानों से अवैध वसूली न किए जाने के लिए लिखित आदेश जारी किया गया था, लेकिन इसका अभी तक अमल नहीं किया जा रहा है। किसानों का कहना है कि हरगांव चीनी मिल के केंद्रों पर जिलाधिकारी का आदेश बेअसर साबित हो रहा है।
जिले की हरगांव चीनी मिल (अवध शुगर एंड एनर्जी लिमिटेड) से संबंधित नवामहमुदपुर गन्ना क्रय केंद्र पर पिछले दो दिनों से तौल बंद रहने और व्यापक अवैध वसूली को लेकर किसानों में भारी आक्रोश है। तौल न होने के कारण क्रय केंद्र पर खड़ी गन्ने से भरी ट्रॉलियों में रखा गन्ना सूखने लगा है, जिससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान होने की आशंका है।
उतराई के नाम पर 4 रुपये प्रति कुंटल तक की अवैध वसूली
किसानों का आरोप है कि क्रय केंद्र के कर्मचारी और मजदूर गन्ना उतारने (उतराई) के नाम पर प्रति कुंटल चार रुपये तक की अवैध वसूली कर रहे हैं। किसानों ने बताया कि यह वसूली हर सीजन में की जाती है, लेकिन इस बार जब उन्होंने विरोध किया तो दबाव बनाया जाने लगा। वसूली न देने पर जानबूझकर गन्ना उतारने में देरी की जाती है।
किसानों का यह भी आरोप है कि अवैध वसूली के साथ-साथ प्रति ट्रॉली 40 किलो तक की मनमानी कटौती सूखा कटौती के नाम पर की जा रही है। जब किसानों ने उतराई के नाम पर पैसे देने से इनकार किया, तो गन्ना तौल बंद कर दी गई।
विरोध के बाद दो दिन तक ठप रही तौल
किसानों ने बताया कि अवैध वसूली के खिलाफ एकजुट होकर विरोध करने और पैसा न देने पर क्रय केंद्र इंचार्ज ने तत्काल प्रभाव से गन्ना तौल बंद कर दी। शुक्रवार और शनिवार को एक भी किसान के गन्ने की तौल नहीं हो सकी, जिससे केंद्र के आसपास गन्ने से लदी ट्रॉलियों की लंबी कतारें लग गईं।
सूख रहा गन्ना, किसान बेहाल
लगातार दो दिनों से तौल बंद रहने के कारण किसानों की परेशानी बढ़ गई है। खेत से कटकर ट्रॉलियों में रखा गन्ना खुले में खड़ा है, जिससे धूप और हवा के कारण उसका वजन कम हो रहा है।
नवामहमुदपुर के किसान सोनू सिंह, निवासी ढोलई खुर्द ने बताया,
गन्ना सूखने से प्रति क्विंटल वजन कम हो जाता है, जिसका सीधा नुकसान हमें उठाना पड़ता है। हमें गेहूं की बुवाई भी करनी है, लेकिन दो दिन से क्रय केंद्र पर फंसे हुए हैं। न तो शोषण रुक रहा है और न ही समय पर तौल हो रही है।
वहीं बबलू सिंह, निवासी रसुलापुर ने आरोप लगाते हुए बताया कि नवामहमुदपुर क्रय केंद्र पर उतराई के नाम पर चार रुपये प्रति कुंटल अवैध वसूली की जाती है और प्रति ट्रॉली 40 किलो गन्ना भी काट लिया जाता है। जब उन्होंने उतराई के पैसे देने से मना किया, तो तौल लिपिक द्वारा गन्ना तौल बंद कर दी गई।













