
Sitapur : जिला कारागार में बंद कैदी उमेश (निवासी भैलावा, थाना तालगाँव) की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। सोमवार सुबह जिला अस्पताल में हुई उमेश की मौत के बाद जहाँ जिलाधिकारी ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए थे, वहीं मृतक के परिजन गंभीर आरोपों के साथ जिलाधिकारी कार्यालय पहुँच गए और जमकर प्रदर्शन किया।
जानकारी के अनुसार, उमेश के परिवार और गाँव के अन्य लोग सुबह भारी संख्या में जिलाधिकारी कार्यालय पहुँचे। उन्होंने पुलिस और जेल प्रशासन पर उमेश को प्रताड़ित कर जान लेने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की। परिजनों की मांग है कि जेल अधीक्षक समेत संबंधित अधिकारियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए।
अप्रत्याशित भीड़ और हंगामे की आशंका को देखते हुए, जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात करना पड़ा। पुलिस अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रित करने और प्रदर्शनकारियों को शांत कराने के लिए कई बार उनसे बातचीत की। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि मामले की निष्पक्ष मजिस्ट्रेट जांच शुरू हो चुकी है और जल्द ही सत्य सामने आएगा।
परिजनों द्वारा लगाए गए गंभीर प्रताड़ना के आरोपों के बाद जिला प्रशासन सक्रिय हो गया है। जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि मजिस्ट्रेट जांच में मृत्यु के वास्तविक कारण, जेल के अंदर हुई घटनाओं और उपलब्ध मेडिकल रिकॉर्ड की गहनता से समीक्षा की जाए। पुलिस ने मौत के कारणों की पुष्टि के लिए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है, जिसकी रिपोर्ट का सभी को इंतजार है।
पुलिस और प्रशासन की प्राथमिकता फिलहाल कानून-व्यवस्था बनाए रखना और परिजनों को शांत कराकर उन्हें निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया है।