Sitapur : शारदा की बाढ़ में दर्जनों गाँव प्रभावित, घरों में घुसा पानी

  • उपजिलाधिकारी आकांक्षा गौतम बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में ताबड़तोड़ निरीक्षण कर बाढ़ग्रस्त गांवों का ले रही जायजा

Tambour Sitapur : लगातार बढ़ते जलस्तर के कारण विकास खण्ड बेहटा के दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आ गए है। वहीं बसंतापुर तटबन्ध क्षतिग्रस्त होने से कई गांवों में पानी घुस गया है। रतौलीडीह निवासी रामू यादव ने बताया रतौलीडीह,सोंसरी,मुसियाना,रमपुरवा,पट्टी दहेली, सेमरिया गांव बाढ़ से प्रभावित है। रतौलीडीह निवासी चंद्रमोहन,पैकरमा,शिवकुमार,मुन्नू यादव,लल्लन मिश्रा,श्रीराम,आशुतोष,राज सिंह यादव,विशम्भर पाल,ओम प्रकाश के खेतों में लगी गन्ने व धान की खड़ी फसलें डूब गई है।मीतमऊ निवासी उदय प्रताप भार्गव ने बताया मीतमऊ,नकहा,परेवा गांव में आंशिक बाढ़ है।जलस्तर घटा है। बसंतापुर तटबन्ध क्षतिग्रस्त होने से बसंतापुर,कोल्हूपुरवा,देवपालपुर, मोंगलापुर,छतांगुर,पूरनसरांय सहित कई गांवों बाढ़ की चपेट में आ गए है। तंबौर से छतांगुर मार्ग पर बाढ़ का पानी चलने लगा है। जिससे आवागमन भी प्रभावित हो रहा है। रायमडोर निवासी बिनोद पाल ने बताया जलस्तर बढ़ा हुआ है गांव के करीब बाढ़ का पानी आ गया है। लखनीपुर निवासी पप्पू राज ने बताया जलस्तर बढा है लेकिन कटान में काफी कमी आई है जलस्तर घटने के बाद कटान की संभावनाएं ज्यादा बढ़ जाती है। रतनगंज और औंरी शाहपुर में नदी कटान करते हुए कृषि योग्य भूमि निगल रही है। तंबौर कस्बे की तरफ बढ़ते बाढ़ के पानी को लेकर नगरवासियों में दहशत व्याप्त है।

नगर क्षेत्र में बाढ़ आने से होगा लाखों का नुकसान

नगर क्षेत्र के आसपास बढ़ते बाढ़ के पानी को लेकर प्लाईवुड और लकड़ी व्यवसाय से जुड़े लोगों में चिंता की लकीरें देखी जा रही है। बाढ़ के प्रकोप के कारण इन उधोगों से जुड़े लोगों का काफी नुकसान होने के अनुमान लगाया जा रहा है। बाढ़ आने से यदि प्लाईवुड उघोग व लकड़ी व्यवसाय प्रभावित हुआ तो हजारों लोगों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो सकता है। क्योंकि क्षेत्र के अधिकतर लोग कहीं न कहीं इसी उधोग से जुड़े हुए है।

दूसरे दिन भी धरने पर बैठे रहे कटान पीड़ित

कटानग्रस्त गांव लखनीपुर में अपनी जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष अशोक कुमार मौर्य की अगुवाई में दर्जनों की संख्या में कटान पीड़ित अपनी मांगों को लेकर बुधवार को धरने पर बैठे थे। जो बृहस्पतिवार को भी जारी रहा फोनवार्ता के दौरान अशोक मौर्या ने बताया अभी तक प्रशासनिक स्तर से कोई अधिकारी नही आया है। जब तक हमारी मांगे मानी नही जाएंगी धरना चलता रहेगा।

दैनिक भास्कर संवाददाता खालिद मंसूरी से फोनवार्ता के दौरान लहरपुर उपजिलाधिकारी आकांक्षा गौतम ने बताया मेरे द्वारा क्षेत्र का निरीक्षण किया जा रहा है।साथ ही तहसीलदार समेत नायब तहसीलदार बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर रहे है।बरेती,बरेला,बेलवा,पर्वतपुर,तेजवापुर सहित कुछ निचले भागो बाढ़ का पानी आया हुआ है।नदी के उस पार भी हम लोग जा रहे है।बाढ़ को लेकर सारी तैयारियां है। राशन आदि जहां बटना है जो पात्र है हमने डिमांड भेज दी है।आज रात से हम लोग वितरण भी शुरू कर देंगे।

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