
Sitapur : जिलाधिकारी डॉ. राजा गणपति आर. ने शुक्रवार को जिले में ताबड़तोड़ औचक निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं की गंभीर लापरवाही उजागर की। सबसे पहले उन्होंने रेउसा विकास खंड की बी-पैक्स थानगांव उर्वरक दुकान पर छापा मारा।
डीएम ने सीधे किसानों से बात की, उनकी पासबुकें चेक कीं और खाद के निर्धारित शुल्क के बारे में पूछा। यह जानने की कोशिश की गई कि कहीं किसानों से तय दाम से अधिक पैसा तो नहीं वसूला जा रहा है। निरीक्षण में पता चला कि 150 किसानों के पास पासबुक ही नहीं है। इस बड़ी लापरवाही पर उन्होंने जिला कृषि अधिकारी को तुरंत अभियान चलाकर पासबुक बनवाने का आदेश दिया। उन्होंने स्टॉक रजिस्टर का अवलोकन किया और निर्देश दिया कि रजिस्टर महीने पूरा होने पर ही बदला जाए।
इसके बाद, डीएम ने थानगांव की स्मार्ट मॉडल ग्राम पंचायत में अन्नपूर्णा खाद्य विभाग की उचित दर की दुकान (राशन की दुकान) और जन सुविधा केंद्र पर भी निरीक्षण किया। निरीक्षण इतना सख्त था कि उन्होंने खुद ई-पॉस मशीन से राशन लेने आए ग्राहक की पर्ची चेक की और अपनी आँखों के सामने दो लोगों को राशन वितरण कराया। चावल और गेहूँ की गुणवत्ता जाँची गई और इलेक्ट्रॉनिक कांटे की तौल चेक की गई। साथ ही ग्राहकों की केवाईसी की स्थिति और स्टॉक रजिस्टर की पड़ताल करते हुए राशन कार्डों की संख्या का हिसाब लिया गया।
अंत में, जिलाधिकारी ने रेउसा के जगदीशपुर, हजरिया और घेवड़ा में हर घर जल जीवन मिशन योजना की हकीकत जानने के लिए औचक दौरा किया। ग्रामीणों से पेयजल की स्थिति पर चर्चा की और पाइपलाइन बिछाने के दौरान क्षतिग्रस्त हुई सड़कों की समस्या पकड़ी। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को सड़कों का रिस्टोरेशन जल्द से जल्द कराने का कड़ा निर्देश दिया, ताकि ग्रामीणों को कोई परेशानी न हो। वाटर लेवल की जानकारी ली गई और गाँव के प्रधान से आम योजनाओं के क्रियान्वयन पर सवाल-जवाब किए गए।
निरीक्षण के दौरान जिला कृषि अधिकारी संजीव कुमार सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे। डीएम के इस सख्त एक्शन से जिले के अधिकारियों में हड़कंप मच गया है।










