
Sitapur : जिलाधिकारी डॉ. राजागणपति आर. ने आज गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में बेसिक शिक्षा विभाग के कार्यों की समीक्षा बैठक ली। इस बैठक में उन्होंने बेसिक शिक्षा अधिकारियों और संबंधित स्टाफ को स्पष्ट निर्देश देते हुए चेतावनी दी कि अब स्कूलों में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
निपुण भारत पर सख्ती
जिलाधिकारी ने साफ कहा कि वर्तमान शैक्षिक सत्र में हर हाल में प्रत्येक बच्चे को निपुण विद्यार्थी बनाते हुए ‘निपुण विद्यालय’, ‘निपुण ब्लॉक’ और ‘निपुण जनपद’ का लक्ष्य हासिल किया जाए। इस लक्ष्य को पाने के लिए निपुण भारत मिशन की गतिविधियों को प्रत्येक विद्यालय में नियमित रूप से संचालित करने के निर्देश दिए गए।
स्कूल की यूनिफॉर्म से लेकर स्वच्छता तक, डीएम का ‘चेकलिस्ट’
डीएम ने मिड-डे मील की गुणवत्ता, बच्चों की स्वच्छ आदतें और विद्यालय में स्वच्छता व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा। उन्होंने सभी अधिकारियों को नियमित रूप से निरीक्षण करने के निर्देश दिए। साथ ही, यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि सभी बच्चे प्रतिदिन जूता-मोजा और स्वेटर सहित निर्धारित यूनिफॉर्म में ही स्कूल आएं, अन्यथा स्कूल प्रशासन पर कार्रवाई की जाएगी।
भ्रष्टाचार पर नकेल और रिकॉर्ड रखने के निर्देश
लापरवाही बरतने वालों पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी देते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि निर्माणाधीन कार्यों को पूरी गुणवत्ता के साथ निर्धारित समयावधि में पूरा किया जाए। सबसे सख्त निर्देश यह रहा कि कंपोजिट ग्रांट, स्पोर्ट्स और टीएलएम आदि मदों में प्राप्त और खर्च की गई धनराशि का पूरा विवरण आय-व्यय तालिका बनाकर विद्यालय की दीवार पर प्रदर्शित किया जाए। यह कदम पारदर्शिता लाने और फंड के दुरुपयोग को रोकने के लिए उठाया गया है।
जिलाधिकारी ने खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सभी प्रधानाध्यापकों को निर्धारित एसओपी के अनुसार शैक्षणिक गतिविधियों के संचालन हेतु प्रशिक्षण दें। उन्होंने कहा कि सभी विद्यालय संबंधी अभिलेख अद्यतन (अपडेट) रखे जाएं। साथ ही, विद्यालयों में सामुदायिक सहभागिता बढ़ाने हेतु प्रतिमाह विद्यालय प्रबंध समिति और अभिभावकों की बैठक अनिवार्य रूप से आयोजित की जाए।
बैठक के दौरान जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अखिलेश प्रताप सिंह और जिला विद्यालय निरीक्षक राजेंद्र सिंह सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।











