
- दिन में स्कूल-स्वास्थ्य केंद्र पर छापा, रात में चीनी मिल का औचक दौरा
- बड़ी कार्रवाई, लापरवाही पर आंगनबाड़ी कार्यकत्री बर्खास्त, शिक्षक समेत कई का वेतन कटा
Sitapur : सीतापुर में जिलाधिकारी डॉ. राजागणपति आर. फुल एक्शन मोड में हैं। मंगलवार देर रात से लेकर बुधवार दिन तक, 24 घंटे के भीतर उन्होंने ताबड़तोड़ औचक निरीक्षण कर जिले की व्यवस्थाओं को परखा। इस दौरान स्वास्थ्य सेवाओं से लेकर शिक्षण व्यवस्था और गन्ना किसानों की समस्याओं तक, हर जगह मिली खामियों पर जिलाधिकारी ने “ऑन द स्पॉट” सख्त कार्रवाई की। उपकेंद्र खुला, मगर कर्मचारी नदारद मिले जिस पर ने बर्खास्तगी के निर्देश दिए।

आज (बुधवार) को जिलाधिकारी ने ब्लाक हरगांव के मलिहाबाद उपकेन्द्र (हेल्थ सेंटर) का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उपकेंद्र खुला तो मिला, परन्तु कोई भी संबंधित कर्मचारी वहां मौजूद नहीं था, जिस पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी प्रकट की। मौके पर मौजूद न होने पर जिलाधिकारी ने आंगनबाड़ी कार्यकत्री को तत्काल नौकरी से बर्खास्त करने के निर्देश दिए।
सुपरवाइजर व अन्य को सेंटर सुपरवाइजर का वेतन काटने और नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए। साथ ही, संबंधित बैम (BAM) शीला देवी और सी.एच.ओ. (CHO) बलजिंदर कौर पर भी वार्षिक वेतन वृद्धि रोकने और वेतन काटने की बड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए। डीएम ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को सभी ‘आयुष्मान आरोग्य मंदिर’ का चेकलिस्ट बनाकर निरीक्षण करने का निर्देश दिया।

स्कूल में शिक्षण कार्य में मिली खामी, शिक्षक का वेतन कटा

इससे पहले जिलाधिकारी ने विकास खण्ड हरगांव के प्राथमिक विद्यालय मलिहाबाद का औचक निरीक्षण किया।यहां सहायक अध्यापक अशोक कुमार के शिक्षण कार्य में अनियमितता पाए जाने पर, जिलाधिकारी ने उनका एक दिन का वेतन काटने और प्रतिकूल प्रविष्टि (Adverse Entry) जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्वयं रसोई घर में जाकर बच्चों को मिड-डे-मील में दिए जाने वाले चावल की गुणवत्ता को चेक किया।
आंगनबाड़ी पर भी गाज

आंगनबाड़ी केंद्र के निरीक्षण के दौरान आशा कार्यकत्री की अनुपस्थिति पर अग्रिम कार्यवाही और आंगनबाड़ी कार्यकत्री के अनुपस्थित होने पर उनका एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए गए।
किसानों के लिए देर रात चीनी मिल पहुंचे डीएम

जिलाधिकारी की सक्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने कल (मंगलवार) देर रात रामकोट स्थित डालमिया भारत शुगर एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड चीनी मिल का भी आकस्मिक निरीक्षण किया था। उन्होंने रात में गन्ने की तौल कराने आए किसानों से सीधे बात कर उनका फीडबैक लिया। DM ने मिल प्रबंधन को स्पष्ट निर्देश दिए कि गन्ना मूल्य का भुगतान समय से सुनिश्चित किया जाए, तौल का कार्य पूरी शुद्धता से हो और किसानों को मानक के अनुरूप सभी सुविधाएं मिलें।
मिल में सुरक्षा और पर्यावरण मानकों का कड़ाई से पालन करने के भी निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी के इन 24 घंटों के ताबड़तोड़ एक्शन से जिले के अधिकारियों और कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी है कि लापरवाही पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।












