सीतापुर। 18 जुलाई को जिलाधिकारी की अध्यक्षता में सेन्सीटाइजेशन वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इस वर्कशॉप में जनपद के समस्त व्यापार मण्डल के पदाधिकारी, उद्योग बन्धु मेडिकल एसोसिएशन, एम्बुलेंस एसोसिएशन, होटल एवं रेस्टोरेन्ट के पदाधिकारी कैमिस्ट एवं ड्रग एसोसिएशन, प्लाईवुड एसोसिएशन, शुगर मिल एसोसिएशन, भारतीय मजदूर संघ, ग्रामोद्योग से सम्बन्धित तथा अन्य एसोसिएशन के द्वारा भाग लिया गया। जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी द्वारा वन ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था में विभिन्न सेक्टर का जी०वी०ए० का आंकलन करने हेतु प्रदेश में विभिन्न प्रकार के कराये जा रहे।
सांख्यिकीय सर्वेक्षणों से प्रदेश के विकासोन्मुख योजनाओं में हो रहे निवेश के दृष्टिगत विनिर्माण, व्यापार एवं अन्य सेवा क्षेत्रों में विकास की वास्तविक स्थिति के अनुरूप ऑकड़े संग्रहित कर, वन ट्रिलियन डालर अर्थव्यवस्था बनाने हेतु राष्ट्र निर्माण में योगदान की दिशा में महत्वपूर्ण जानकारी दी गई।
सही और पूर्ण जानकारी कराएं उपलब्ध-डीएम
जिलाधिकारी द्वारा जनपद में स्थापित समस्त कारखानों, दुकानों, छोटे व्यवसाय, स्वास्थ्य, क्लब, शिक्षण संस्थान कानूनी और परिवहन संगठन को रजिस्ट्रेशन कराये जाने की अपील की गई। सहायक निदेशक कारखाना द्वारा कार्यशाला में समस्त संगठनों में अपील की गई कि वह अपना पंजीकरण अवश्य करा लें और जिन क्षेत्रों का पंजीकरण नहीं हुआ है उनको जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिये गये कि वहाँ कैम्प लगाकर पंजीकरण कराना सुनिश्चित करें। राष्ट्रीय सांख्यिकी संगठन के वरिष्ठ सांख्यिकी अधिकारी रूचि द्विवेदी के द्वारा आसुस, एएसआई, पी०एल०एफ०एस० एन०एस०एस० सर्वे के विषय में विस्तृत रूप से व्याख्या की गई तथा यह भी अवगत कराया गया कि किसी भी उद्यमी से प्राप्त डाटा को सार्वजनिक नहीं किया जाता है, बल्कि प्राप्त डाटा को देश की अर्थव्यवस्था में प्रयोग किया जाता है।
जिलाधिकारी द्वारा उपस्थित सभी उद्यमियों, संगठनों से अपील की गई कि सांख्यिकी कार्यालय के द्वारा एकत्रित डाटा को सही एवं पूर्ण जानकारी में दी जाये ताकि उत्तर प्रदेश सरकार की वन ट्रिलियन डॉलर की संकल्पना को मूर्त रूप दिया जा सके। कार्यशाला में सीडीओ अक्षत वर्मा, सीएमओ डा० हरपाल सिंह, उपायुक्त उद्योग केन्द्र आशीष गुप्ता, उप निदेशक, अर्थ एवं संख्या दिनेश कुमार सिंह, लखनऊ, सहायक श्रमायुक्त, सहायक निदेशक, कारखाना भारत सरकार में एन०एस०एस०ओ० के अधिकारी, खाद्य सुरक्षा, ग्रामोद्योग अधिकारी, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी, अपर सांख्यिकीय अधिकारी आदि जनपद के समस्त उद्यमी संगठनों के सहयोग से कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया।