सीतापुर। जिलाधिकारी अभिषेक आनंद ने जनपद के विभिन्न उपनिबंधक कार्यालयों में पंजीकृत विक्रय विलेखों का गहनतापूर्वक स्थलीय सत्यापन किया। इस दौरान उन्होंने जनपद के सबसे बड़े मूल्य के 04 विक्रय विलेखों का निरीक्षण किया, जिनमें इस्माइलपुर (नगर पंचायत क्षेत्र) के गाटा संख्या 98, खगोसियामऊ के गाटा संख्या 330, लक्ष्मनुपर के गाटा संख्या 426 और 427, और नैमिषपुरम के गाटा संख्या 1114 के प्लॉट संख्या 08 से संबंधित विक्रय विलेख शामिल थे।
जिलाधिकारी ने पंजीकरण प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की अनियमितता और स्टाम्प चोरी को रोकने के लिए कड़े निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पंजीकरण के समय सभी प्रक्रियाओं का पूरी तरह से पालन किया जाए और जीपीएस युक्त फोटोग्राफ्स सहित अन्य जांचें भी की जाएं। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि किसी बैनामे में शुल्क अपवंचन पाया जाता है, तो संबंधित व्यक्तियों पर नियमानुसार दंड अधिरोपित किया जाएगा।
निरीक्षण के दौरान उपजिलाधिकारी सदर अभिनव कुमार, उपनिबंधक सदर राजीव त्रिपाठी और अन्य संबंधित अधिकारी भी उपस्थित थे। यह कदम यह सुनिश्चित करता है कि विक्रय विलेखों का पंजीकरण पूरी पारदर्शिता और कानूनी प्रक्रिया के तहत हो, जिससे किसी भी प्रकार की गलतफहमी और अनियमितता से बचा जा सके।