Sitapur : गौशालाएं मौजूद, फिर भी सड़कों पर भटक रहे गोवंश

Sitapur : विकास खंड गोंदलामऊ में सरकार ने निराश्रित गोवंशों के लिए 26 ग्राम स्तरीय गौशालाएं बनाई हैं। वहीं कुछ दिनों पूर्व कल्ली ग्राम पंचायत में संचालित गौशाला को बंद कर दिया गया। इन 25 गौशालाओं में वर्तमान में पांच हजार से अधिक निराश्रित गोवंश रह रहे हैं। इतनी गौशालाएं होने के बावजूद क्षेत्र की सड़कों पर सैकड़ों निराश्रित गोवंश भटक रहे हैं। ब्लॉक परिसर सहित सिधौली-मिश्रिख मार्ग, गांव की गलियों और खेतों में कहीं झुंड तो कहीं अकेले गोवंश दिखाई देते हैं।

6 सितंबर को विकास खंड गोंदलामऊ परिसर में करीब छह निराश्रित गोवंश पहुंचे। इनमें से तीन गोवंश बीडीओ कार्यालय के सामने बैठ गए और तीन ब्लॉक परिसर में खड़े हो गए। जब दैनिक भास्कर के संवाददाता ने फोटो लेना शुरू किया, तो कार्यालय के बाहर मौजूद सफाईकर्मी और पुलिसकर्मियों ने डंडों से मारकर उन्हें भगा दिया।

स्थानीय लोगों का कहना है कि निराश्रित गोवंश अक्सर बीडीओ कार्यालय के पास आकर बैठ जाते हैं। उन्हें उम्मीद रहती है कि शायद अधिकारी उन्हें गौशालाओं में भेज दें। इससे उन्हें भोजन की तलाश में भटकना नहीं पड़ेगा और लाठी-डंडों की मार से भी बच जाएंगे। उल्लेखनीय है कि कुछ समय पहले विकास खंड क्षेत्र की ग्राम पंचायत कल्ली की गौशाला को बंद कर दिया गया था।

जलभराव के कारण बंद है गौशाला-बीडीओ

इस संबंध में बीडीओ गोंदलामऊ से जब कल्ली ग्राम पंचायत में संचालित गौशाला बंद किए जाने के विषय में पूछा गया, तो उन्होंने बताया कि गौशाला में साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था नहीं की जा रही थी और जलभराव बना रहता था, इसलिए उसे बंद करा दिया गया। वहीं, जो भी गोवंश अभी भी सैकड़ों में घूम रहे हैं, उन्हें शीघ्र ही संरक्षित किया जाएगा।

इन ग्राम पंचायतों में संचालित हैं गौशालाएं
धरौली, गंगापुर, अशुवामऊ, गोंदलामऊ, ग्वाली, गोपालपुर पूर्वी, करूवामऊ, नारायनपुर, हिण्डौरा, महसुई, तेरवा, कोठावां, मुड़ियाकैल, रघुनाथपुर ऐनी, इस्माइलगंज, नगवा जयराम, कुशौली, शिवपुरी, पारा, डेंगरा, बैसौली, गांगूपुर, सरैया फत्तेपुर, केसुवामऊ, संदना

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