आषाढ़ मास की हलहारिणी अमावस्या के रूप में है मान्यता
सीतापुर। नैमिषारण्य तीर्थ में आज आषाढ़ मास की हलहारिणी अमावस्या का पर्व श्रद्धाभाव के साथ संपन्न हुआ। आज दिन में तीखी उमस और कड़ी धूप होने के बावजूद श्रद्धालुओं की संख्या दिन बढ़ने के साथ बढ़ती रही। आज सुबह 4 बजे से श्रद्धालुओं द्वारा स्नान दर्शन पूजन का पावन क्रम देर शाम तक पूरे जोश खरोश के साथ चलता रहा। इस अमावस्या को हलहारिणी अमावस्या भी कहा जाता है। मान्यता है कि आषाढ़ मास के अंत में ही वर्षा ऋतु की शुरुआत होती है। इस दिन पीपल , बरगद , नीम , आंवला ,अशोक , तुलसी , बिल्वपत्र और अन्य पेड़-पौधे लगाने की परंपरा है। ग्रंथों में भी कहा गया है कि अमावस्या पर लगाए गए पेड़-पौधों से पितर और देवता प्रसन्न होते हैं। साथ ही कभी न खत्म होने वाला पुण्य भी मिलता है। इससे कई तरह के दोष भी खत्म होते हैं।
इस दिन भगवान विष्णु, मां अन्नपूर्णा व खेती के अन्य उपकरणों की पूजा का किसानों के लिए है विधान
आषाढ़ अमावस्या के दिन भगवान विष्णु की पूजा और पितरों का तर्पण किया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा की जाती है साथ ही पितरों की आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध तर्पण भी किया जाता है। अमावस्या तिथि पर नाभि गया नैमिषारण्य तीर्थ अंतर्गत गोमती व चक्रतीर्थ स्नान का विशेष महत्व होता है। तीर्थ में स्नान के बाद सूर्य को अर्घ्य देकर पितरों का तर्पण किया जाता है।, आज आषाढ़ अमावस्या पर्व पर श्रद्धालुओं ने चक्र तीर्थ व गोमती नदी में स्नान , आचमन कर दान पूजन किया इसके बाद नगर के प्रमुख मंदिर ललिता देवी , व्यास गद्दी , हनुमानगढ़ी , सूत गद्दी , शौनक गद्दी , बाला जी मन्दिर , कालीपीठ , सत्यनारायण सन्निधि आश्रम , देवदेवेश्वर आदि मंदिरों में दर्शन पूजन किया।
राजघाट पर पुलिसकर्मी का वीडियो हुआ वायरल
आज दोपहर को गोमती के राजघाट पर एक पुलिसकर्मी द्वारा एक युवक के ऊपर बैठकर मारने का वीडियो वायरल हो रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार फोटो खींचने को लेकर हुए विवाद के बाद मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी ने युवक को समझाने का प्रयास किया इस दौरान विवाद बढ़ने पर पुलिसकर्मी ने युवक की पिटाई कर दी ,घटना के वक्त मौजूद लोगों ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। उपरोक्त प्रकरण में थाना प्रभारी दिग्विजय पांडेय ने बताया कि प्रकरण की जांच कर जरूरी कार्रवाई की जाएगी।