Sitapur : रद्द किए गए आवेदनों की होगी दोबारा जाँच

  • जिलाधिकारी ने बैंकों की मनमानी पर जताई नाराजगी

Sitapur : मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान योजना की प्रगति को लेकर जिलाधिकारी अभिषेक आनंद की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक हुई। इस दौरान जिलाधिकारी ने बैंकों द्वारा बड़ी संख्या में आवेदन रद्द किए जाने पर कड़ी नाराजगी जाहिर की।

बैठक में यह सामने आया कि एक्सिस बैंक (कनायतपुर), बैंक ऑफ इंडिया (सिधौली व तंबौर), आर्यावर्त बैंक (बहादुरगंज व खैराबाद), एचडीएफसी बैंक (बिसवां व सीतापुर) और इंडियन बैंक (बेहटा पकौरी, मानपारा व जजौर) जैसी शाखाओं में बड़ी संख्या में आवेदन निरस्त किए गए हैं। जिलाधिकारी ने इन सभी रद्द किए गए आवेदनों की दोबारा जाँच करने और पात्र लाभार्थियों को योजना का लाभ सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

उन्होंने कहा कि किसी भी आवेदन को रद्द करने से पहले उपायुक्त उद्योग और युवा उद्यमी सेल को सूचित किया जाए, ताकि आवेदकों से संपर्क कर आवश्यक औपचारिकताएँ पूरी कराई जा सकें। यदि फिर भी कोई कमी रहती है तो उसका स्पष्ट कारण बताया जाए। जिलाधिकारी ने सभी बैंक अधिकारियों को चेतावनी दी कि यह योजना प्रदेश सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है और इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि कोई बैंक अनावश्यक रूप से आवेदन लंबित रखता है या उसे रद्द करता है, तो उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

1515 आवेदन बैंकों द्वारा रद्द

उपायुक्त उद्योग संजय सिंह ने बताया कि कुल 2533 आवेदन विभिन्न बैंकों को भेजे गए। इनमें से 792 आवेदनों पर ऋण स्वीकृत किया गया, जबकि 848 मामलों में ऋण वितरित किया गया। वहीं, 1515 आवेदन बैंकों द्वारा रद्द कर दिए गए। 440 आवेदन स्वीकृति के लिए और 71 आवेदन वितरण के लिए अभी भी लंबित हैं।

संजय सिंह ने बताया कि इस योजना का उद्देश्य अगले 10 सालों में 10 लाख नई सूक्ष्म इकाइयाँ स्थापित करना है, जिससे रोजगार के अधिक अवसर पैदा हों और प्रदेश में निवेश को बढ़ावा मिले। उन्होंने सभी से इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए तेजी से काम करने की अपील की।

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