
Sitapur : समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खां को सीतापुर जेल से रिहा होते ही शहर के बाहर भेज दिया गया। सुरक्षा व्यवस्था इतनी कड़ी थी कि उन्हें किसी भी समर्थक या करीबी से मिलने की अनुमति नहीं दी गई। जेल के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात था, जिसने आजम खां की गाड़ी को सीधे शहर से बाहर की ओर रवाना किया।
शहर के अंदर नहीं जाने दिया गया काफिला
जेल से बाहर निकलने के बाद आजम खां के वाहन को जेल रोड के ओवरब्रिज से नेपालपुर की तरफ मोड़ा गया। पुलिस अधिकारियों ने उन्हें शहर के भीतर प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी। इसके बाद, नेपालपुर चौराहे से उन्हें हुसैनगंज की ओर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भेजा गया। वहां से उनका काफिला लखनऊ-दिल्ली हाइवे होते हुए रामपुर के लिए रवाना हुआ। इस दौरान पुलिस की भारी सुरक्षा ने उन्हें चारों तरफ से घेरा रखा। जब तक आजम खां का वाहन जिले की सीमा से बाहर नहीं गया, तब तक पुलिस और प्रशासन ने चैन की सांस नहीं ली।
पुलिस की भारी सुरक्षा और सतर्कता
पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह फैसला कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए लिया गया था। आजम खां की रिहाई को लेकर उनके समर्थकों में भारी उत्साह था और जेल के बाहर बड़ी भीड़ जमा हो सकती थी। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए प्रशासन ने उन्हें तुरंत शहर से बाहर भेजने का निर्णय लिया।