
लहरपुर-सीतापुर। कोतवाली क्षेत्र के रावल अदेसर गांव में बीते कई दिनों से जंगली जानवर तेंदुए अथवा बाघ की होने की आशंकाएं जताई जा रही थी। इससे पूर्व में कई पशुओं पर अज्ञात जानवर के द्वारा हमला भी किया गया था। इसके बाद से ही हरकत में आई सीतापुर वन विभाग की टीम ने लगातार कांबिंग करते हुए आसपास के क्षेत्र में अज्ञात जानवर की तलाश शुरू की। पिछले 20 दिनों से वन विभाग के द्वारा क्षेत्र में पिंजरा लगाया गया और कैमरा भी लगवाया गया लेकिन जानवर अब तक वन विभाग की टीम से कोसों दूर है जिसके चलते क्षेत्रीय ग्रामीणों में भय का माहौल है।
आपको बताते चलें कि सीतापुर जनपद के रावल अदेसर के निवासी प्रकाश पुत्र शिवदयाल उम्र 32 वर्ष बुधवार की सुबह करीब 09 बजे खेत पर अपने परिवारजनों के साथ गेहूं काट रहा था तभी अचानक तेंदुए ने हमला कर दिया जिसमें सिर में गंभीर चोट आई। मौके पर उपस्थित लोगों के द्वारा किसी तरह से बचाया गया। घायल अवस्था में प्रकाश को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लहरपुर ले जाया गया जहां से डॉक्टरो द्वारा घायल की हालत गंभीर देखते हुए जिला अस्पताल सीतापुर रेफर कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम के द्वारा घायल किसान प्रकाश से मिलने रेंजर अभिषेक सिंह व उनकी टीम अस्पताल पहुंची तथा उनके परिजनों से मिलकर के हर संभव सहयोग करने का आश्वासन भी दिया गया। इसी के साथ ही बाघ को पकड़ने के लिए एक और पिंजरा लगाने की तैयारी की जा रही है। साथ ही घटना स्थल के आसपास कैमरा भी लगाया गया है। घटना की सूचना मिलने पर शुक्रवार को उप प्रभागीय वन अधिकारी विकास यादव भी रेंजर अभिषेक सिंह डिप्टी रेंजर हरीश श्रीवास्तव व उनकी पूरी टीम के साथ ग्राम रावल अदेसर में पहुंचकर अन्य दूसरा पिंजरा व कैमरा लगाने के बाद चिलचिलाती धूप में कांबिंग करते नजर आए।
इस घटना के संबंध में क्षेत्रीय वन अधिकारी अभिषेक सिंह ने बताया कि 20 दिन से पिंजरा क्षेत्र में लगाया गया है पग चिन्हों के आधार पर बाघ के होने की संभावनाएं जताई जा रही है। आज दूसरे पिंजड़े के साथ-साथ कैमरा भी लगाया गया है कई बार पिंजरे के आसपास तक बाघ आया लेकिन अब तक पकड़ा नहीं जा सका। उन्होंने क्षेत्रीय ग्रामीण व किसानों के बीच जाकर के वन्य जीवो से सुरक्षित रहने व उनसे आकस्मिक हमले से निपटने के संबंध में सूचना पत्रक भी वितरित किया इसके साथ लोगों को जागरुक करते हुए लाठी डंडों व धारदार हथियारों सहित समूहबद्ध रहकर अपने खेती किसानी के कार्यों को निपटने की बात भी कही। इसी के साथ वन विभाग द्वारा सघन कांबिंग और बाघ के पकड़ने का प्रयास निरंतर जारी है वन विभाग की एक टीम मौके पर मुस्तैदी के साथ लगी हुई है।