
Sakran Dehat, Sitapur : थाना क्षेत्र के ऊँचगाँव निवासी सोनेलाल 35 पुत्र श्रीधर की बीती रात कच्ची शराब पीने के कारण कथित तौर पर मौत हो गई। सूचना पाकर मौके पर पहुँची पुलिस ने जाँच-पड़ताल की, लेकिन परिजनों ने बिना पोस्टमार्टम करवाए ही शव का अंतिम संस्कार कर दिया।
20 दिन में तीन मौतें, जहरीली शराब का खतरा
ग्रामीणों के अनुसार यह मौत शराब के सेवन से हुई है, और यह चिंताजनक है कि गाँव में पिछले 20 दिनों में शराब के सेवन से तीन मौतें हो चुकी हैं। सोमवार शाम सोनेलाल गाँव से ही कच्ची शराब पीकर आया था। खाना खाकर लेटने के थोड़ी देर बाद उसे पेट दर्द व उल्टियाँ होने लगीं, और इलाज के लिए ले जाने से पहले ही उसकी मौत हो गई। इससे पूर्व गाँव के ही रामपाल 50 की एक सप्ताह पूर्व और दिनेश 45 की 20 दिन पूर्व कथित रूप से शराब पीने के कारण मौत हो चुकी है। ग्रामीणों ने बताया कि गाँव व आसपास के क्षेत्रों में पुलिस के संरक्षण में खुलेआम कच्ची शराब का कारोबार किया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक शराब को अधिक नशीला बनाने के लिए उसमें यीस्ट, यूरिया और सल्फ़ास की गोलियाँ मिलाई जाती हैं, जो जानलेवा साबित होती हैं।
क्या कहते हैं थानाध्यक्ष
उधर, थानाध्यक्ष प्रदीप कुमार सिंह ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि मौत शराब के कारण नहीं, बल्कि बीमारी के चलते हुई है। मृतक सोनेलाल के पीछे उसका 12 वर्षीय बेटा नितिन अनाथ हो गया है, क्योंकि उसकी पत्नी की मौत 10 वर्ष पहले हो चुकी थी।
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