Sitapur : भ्रष्टाचार के खिलाफ अधिवक्ताओं का बिगुल

  • एसडीएम-तहसीलदार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी

Laharpur-Sitapur : बार एसोसिएशन लहरपुर के अधिवक्ताओं ने तहसील परिसर में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ जमकर हंगामा किया। लगभग एक महीने से चल रही कलम बंद हड़ताल और अनिश्चितकालीन धरने के बाद मंगलवार को अधिवक्ताओं ने तहसील प्रशासन के खिलाफ अपनी आवाज और बुलंद की। सदस्य बार काउंसिल उत्तर प्रदेश अजय शुक्ला के नेतृत्व में लहरपुर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष और जनपद की अन्य तहसीलों से आए सैकड़ों अधिवक्ताओं ने उपजिलाधिकारी आकांक्षा गौतम और तहसीलदार मनीष त्रिपाठी पर गंभीर आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की।

पैमाइश के नाम पर वसूली और आंदोलन की चेतावनी

अधिवक्ताओं का आरोप है कि तहसील में वर्षों से लंबित पैमाइश की फाइलों को जानबूझकर रोका जा रहा है। उनका कहना है कि इन फाइलों के निस्तारण के लिए आवेदकों से ₹50,000 तक की वसूली की जाती है, लेकिन इसके बावजूद काम पूरा नहीं हो रहा। अधिवक्ताओं ने इसे तहसील में चल रहे भ्रष्टाचार का खुला सबूत बताया। हंगामे के दौरान नारे गूँजते रहे। अधिवक्ताओं ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि लंबित फाइलों का निस्तारण नहीं हुआ और भ्रष्टाचार पर लगाम नहीं लगाई गई तो उनका आंदोलन और तेज होगा। अधिवक्ताओं ने जिलाधिकारी से मामले की उच्च-स्तरीय जाँच कराने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

अधिवक्ताओं की अन्य माँगें

अधिवक्ताओं ने तहसील परिसर में अन्य मूलभूत सुविधाओं की कमी को भी उठाया। उन्होंने शुद्ध पीने के पानी और पुरुषों व महिलाओं के लिए अलग-अलग सामुदायिक शौचालय बनाने की मांग की। उनका कहना है कि हर रोज सैकड़ों लोग, जिनमें महिलाएँ भी शामिल हैं, इन सुविधाओं की कमी के कारण भारी परेशानी झेलते हैं। इस विरोध प्रदर्शन के कारण तहसील का कामकाज ठप रहा, जिससे आम जनता को भी दिक्कत का सामना करना पड़ा। इस मौके पर लहरपुर एल्डर्स कमेटी के अध्यक्ष कन्हैयालाल तिवारी, बार एसोसिएशन अध्यक्ष कमलेश वर्मा, महामंत्री कृपा शंकर पांडेय सहित कई वरिष्ठ अधिवक्ता मौजूद रहे।

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