
सीतापुर में 123 साल पुरानी मस्जिद और मंदिर को जेसीबी लगाकर तोड़ दिया गया। दोनों ही सिधौली कोतवाली क्षेत्र में नेशनल हाइवे 30 (दिल्ली-लखनऊ मार्ग) पर निर्माणाधीन ओवरब्रिज की सर्विस लेन के जद में आ रही थी। दोनों समुदाय की आपसी सहमति के बाद यह कार्रवाई की गई। मस्जिद और मंदिर दोनों ही सन 1899 में बनाई गईं थीं।
प्रशासन ने दोनों समुदायों के प्रतिनिधियों से विस्तृत चर्चा की। धार्मिक स्थलों को दूसरी जगह स्थापित करने के प्रस्ताव पर सहमति बनने के बाद, देर रात पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में दोनों इमारतों को जेसीबी की मदद से ध्वस्त कर दिया गया।
इस दौरान बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौके पर मौजूद रहे। यह कार्रवाई विकास और सांप्रदायिक सौहार्द का उदाहरण बन गई है, जहां दोनों समुदायों ने विकास कार्य के लिए अपने-अपने धार्मिक स्थलों को हटाने की सहमति दी। प्रशासन ने भी इस संवेदनशील मामले को सूझबूझ से हल किया और सभी पक्षों की सहमति से यह कार्य सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।










