SIR : मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में मतदाता सूची में बड़े बदलाव

नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने मंगलवार को मध्य प्रदेश की मसौदा मतदाता सूची जारी कर दी है। इस सूची में कुल 42.74 लाख मतदाताओं के नाम हटाए गए हैं। राज्य में कुल 5 करोड़ 74 लाख 6 हजार 143 निर्वाचकों में से 5 करोड़ 31 लाख 31 हजार 983 ने अपने गणना प्रपत्र जमा किए। मध्य प्रदेश निर्वाचन आयोग ने स्पष्ट किया कि कुछ मतदाताओं का प्रपत्र समय पर नहीं मिला, उनका पंजीकरण अन्य राज्य में था या उन्होंने स्वयं पंजीकरण में रुचि नहीं दिखाई।

कटौती के कारण और विवरण
हटाए गए 42 लाख से अधिक मतदाताओं में से 31.51 लाख शिफ्ट या अनुपस्थित पाए गए, 8.46 लाख मृतक थे और 2.77 लाख का नाम एक से अधिक स्थानों पर था। आयोग ने कहा कि एक से अधिक स्थानों पर नामांकित मतदाता केवल एक स्थान पर वैध रहेंगे।

तमिलनाडु और गुजरात में भी बड़ी कटौती
पिछले सप्ताह जारी ड्राफ्ट सूची में तमिलनाडु और गुजरात में 1.5 करोड़ से अधिक मतदाताओं के नाम हटाए गए। तमिलनाडु में 6.41 करोड़ मतदाताओं में से केवल 5.43 करोड़ को वैध माना गया, जबकि गुजरात में 5.08 करोड़ मतदाताओं में से 4.34 करोड़ ही वैध हैं।

जिलावार प्रभाव
तमिलनाडु के कोयंबटूर जिले में 6.50 लाख मतदाताओं के नाम हटाए गए। डिंडीगुल में 2.34 लाख और चेन्नई में 14.25 लाख मतदाताओं का नाम ड्राफ्ट सूची से हटा, जिससे कुल मतदाता संख्या 40.04 लाख से घटकर 25.79 लाख रह गई। कांचीपुरम में 2.74 लाख और करूर में 79,690 मतदाताओं के नाम हटाए गए।

डेडलाइन बढ़ाने का कारण
निर्वाचन आयोग ने मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण की डेडलाइन दो बार बढ़ाई। पहले 30 नवंबर को 12 राज्यों में पुनरीक्षण की समय सीमा 11 दिसंबर तक बढ़ाई गई थी। इसके बाद डेडलाइन को फिर से आगे बढ़ाया गया।

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