
देशभर में अप्रैल के पहले हफ्ते से ही गर्मी का असर बढ़ने लगा है, और दिल्ली-एनसीआर में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है। 8 अप्रैल को दिल्ली का तापमान 38 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग पहले ही चेतावनी दे चुका है कि इस साल गर्मी पुराने रिकॉर्ड्स तोड़ सकती है। इस बीच, बढ़ते तापमान और हीटवेव के कारण होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं के लिए भी अलर्ट जारी किया गया है।
स्वास्थ्य पर बढ़ती गर्मी का असर
गर्मी के बढ़ते प्रभाव से खासकर हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट और किडनी के मरीजों को अधिक परेशानी हो सकती है। बढ़ती गर्मी से रक्तचाप में कमी, चक्कर आना, सिरदर्द, मतली, बेहोशी जैसी समस्याएं आम हो सकती हैं। इसके अलावा, गर्मी के कारण शरीर में पानी की कमी, इलेक्ट्रोलाइट्स का असंतुलन, और किडनी में पथरी जैसे समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं।
हीटवेव और लू के संकेत
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक, गर्मी के दिनों में शरीर का तापमान बढ़ने से शरीर में रक्त वाहिकाएं फैलने लगती हैं, जिससे रक्तचाप कम हो सकता है। गर्मी के दौरान, विशेष रूप से किडनी और दिल के मरीजों को अत्यधिक ध्यान देने की जरूरत है, क्योंकि उनका शरीर इस गर्मी के प्रभाव से जल्दी प्रभावित हो सकता है।
गर्मी के कारण जो लक्षण नजर आते हैं, उनमें चक्कर आना, सिरदर्द, कमजोरी, शरीर में दर्द और पसीना आना बंद हो जाना शामिल हैं। अगर कोई इन लक्षणों का अनुभव करता है, तो उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल में जाना चाहिए क्योंकि ये लू लगने के संकेत हो सकते हैं।
अस्पतालों की तैयारियां
दिल्ली-एनसीआर में लू के अलर्ट के बाद, स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों को अलर्ट किया है। डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल ने अपने हीट स्ट्रोक यूनिट को फिर से सक्रिय कर दिया है, जबकि लेडी हार्डिंग अस्पताल में भी हीट स्ट्रोक यूनिट तैयार किया जा रहा है। दिल्ली सरकार के अस्पतालों में आइस पैक का स्टॉक रखा गया है ताकि हीट स्ट्रोक के शिकार मरीजों का तुरंत इलाज किया जा सके।
हीटवेव के खतरे में कौन लोग ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक, कुछ लोग इस मौसम में ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं, जैसे:
- सड़क पर काम करने वाले मजदूर और रेहड़ी-पटरी वाले लोग।
- लंबे समय तक धूप में रहने वाले या कम पानी पीने वाले लोग।
- वृद्ध, शिशु और गर्भवती महिलाओं को हीटवेव के लक्षणों का गंभीर रूप लेने का खतरा ज्यादा होता है।
तापमान के प्रभाव से बचने के लिए क्या करें?
- हल्के और ढीले कपड़े पहनें।
- बाहर जाने से पहले सिर को ढकें और पर्याप्त पानी पिएं।
- धूप में ज्यादा समय न बिताएं और नियमित अंतराल पर पानी पीते रहें।
- अगर लू के लक्षण जैसे तेज बुखार, सिर में भारीपन, मुंह का सूखना, उल्टियां या कमजोरी महसूस हो तो बिना देरी किए अस्पताल जाएं।