
सिद्धार्थनगर जिले में सांसद जगदम्बिका पाल ने होली के उपलक्ष्य में जिले को लगभग दस करोड़ की परियोजनाओं की स्वीकृति करा कर सिद्धार्थनगर को होली का तोहफा दिया है जो आने वाले समय मे जिले के विकास में मील का पत्थर साबित होगा।
सांसद जगदम्बिका पाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि भारत में तीसरी बार नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद यह पहली होली है जब आज हम विरासत से विकास की तरफ बढ़ रहे हैं प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने भारत को पांचवी अर्थव्यवस्था से तीसरी अर्थव्यवस्था बनने का संकल्प 2027 तक लिया है इस दिशा में सिद्धार्थनगर को विकसित सिद्धार्थनगर बनाने का संकल्प लिया था।मुझे प्रसन्नता है कि यह धरती गौतम बुद्ध की जन्मस्थली के रूप में पहचाना जाता है। सिद्धार्थ से गौतम बुद्ध होने के बाद बौद्ध धर्म का आज पूरी दुनिया में जो उद्गम स्थल है वह सिद्धार्थनगर है।
उन्होंने कहा कि बुद्धिस्ट आते थे पर्यटक आते थे आपके स्कूल घूमते थे संग्रहालय जाते थे लेकिन कोई सॉन्ग लाइट कार्यक्रम ना होने के कारण उन्हें पूरे इतिहास की जानकारी नही मिल पाती थी मुझे खुशी है कि भारत सरकार के पेट्रोलियम मंत्रालय के पेट्रोनेट एलएनजी डिपार्टमेंट से प्रधानमंत्री के आशीर्वाद से हरदीप पुरी हमारे मंत्री के सहयोग से लाइट एंड साउंड का प्रोग्राम स्वीकृत हुआ है जिसके लिए 3.49 करोड़ रुपए की स्वीकृति हुई है।अब आने वाले दिनों में बुद्ध के पूरे इतिहास की जानकारी साउंड लाइट के प्रोग्राम से मिल जाएगी उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में एक मॉडल इंटर कॉलेज रुका पड़ा हुआ था जिसको जिलाधिकारी राजा गणपति आर के कहने पर नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन से शिक्षा के क्षेत्र 2.89 करोड़ की स्वीकृत कराई है।
उन्होंने कहा कि जिले में सीएससी ट्रेनिंग सेंटर नहीं था उसको भी नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन से स्वास्थ्य के क्षेत्र में 3.65 करोड़ की स्वीकृति मिल गई है अब सिद्धार्थनगर में सीएससी पर ट्रेनिंग सेंटर बनेंगे । उन्होंने कहा कि चुनाव में सिद्धार्थनगर की महान जनता ने हमको पूरा सांसद बनाकर के क्षेत्र की नुमाएंदगी का अवसर दिया और मुझे पहली होली में सिद्धार्थनगर जनपद वासियों को तोहफा देने का अवसर मिल रहा है यह मेरा सौभाग्य हैऔर भारत सरकार के नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार विरासत से विकास के संकल्प को पूरा करना चाहती है इस श्रृंखला में गौतम बुद्ध के सामने लाइट प्रोग्राम के लिए स्वास्थ्य के लिए शिक्षा के लिए तीन योजनाएं स्वीकृत हुई है जो सिद्धार्थ नगर के विकास में मिल का पत्थर साबित होगा ।