
श्रीनगर। राज्य जाँच एजेंसी ने आज बताया कि उसने 2022 के नार्काे-आतंकवाद मामले में पुलवामा जिले के अवंतीपोरा इलाके से एक मुख्य संचालक को गिरफ्तार किया है।
जारी एक बयान के अनुसार अवंतीपोरा निवासी अब्दुल राशिद भट दो साल से ज़्यादा समय से गिरफ्तारी से बच रहा था। बयान में कहा गया है कि एसआईए कश्मीर की एफआईआर 19/2022 के मामले में अदालत ने उसे भगोड़ा घोषित किया था।
बयान में कहा गया है कि वर्षों की तलाश के बाद राशिद इस मामले में अब तक गिरफ्तार होने वाला तीसरा भगोड़ा है। उसकी गिरफ्तारी पाकिस्तान स्थित आकाओं द्वारा समर्थित लश्कर-ए-तैयबा द्वारा संचालित नार्काे-आतंकवाद मॉड्यूल के लिए एक बड़ा झटका है।
इसमें आगे कहा गया है कि यह मॉड्यूल करनाह सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास डेड ड्रॉप खेपों के ज़रिए नशीले पदार्थों और हथियारों की तस्करी और फिर घाटी में परिवहन और बिक्री में शामिल था।
बयान के अनुसार इन नशीले पदार्थों की बिक्री से प्राप्त आय का इस्तेमाल बाद में जम्मू-कश्मीर में कम होते आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए किया गया। अब तक इस मामले में कई आरोपपत्र दायर किए जा चुके हैं। इस गिरफ्तारी से एसआईए को उम्मीद है कि कुछ महत्वपूर्ण कड़ियाँ उजागर होंगी और अदालत के सामने पेश करने के लिए और सबूत जुटाए जाएँगे ताकि चल रहे मुकदमे को और मज़बूत किया जा सके।