
भारतीय जनता पार्टी ने अपने वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित करते हुए उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है। यह कार्रवाई उनके द्वारा रामगढ़ स्थित श्रीराम मंदिर में विपक्ष के नेता टीकाराम जूली के दर्शन के बाद गंगाजल से शुद्धिकरण करने के बयान के बाद की गई है।
भा.ज.पा. प्रदेश महामंत्री एवं सांसद दामोदर अग्रवाल ने जारी नोटिस में आहूजा के कथन को पार्टी की विचारधारा और सिद्धांतों के खिलाफ बताया। नोटिस में आहूजा को स्मरण कराया गया कि पार्टी की सदस्यता ग्रहण करते समय उन्होंने समरसता, जातीय और धार्मिक भेदभाव से मुक्त रहने की प्रतिज्ञा की थी।
नोटिस में यह भी उल्लेख किया गया कि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के शिलान्यास समारोह में दलित कार्यकर्ता श्री कामेश्वर चौपाल द्वारा शिला रखी गई थी, जो भाजपा की समरसता और सामाजिक समावेश की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
आहूजा को तीन दिन के भीतर प्रदेश अध्यक्ष को लिखित स्पष्टीकरण देने को कहा गया है, वरना उन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है।
इस मामले में राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से सवाल किया कि वे इस विवाद पर क्या कार्रवाई करेंगे।