बरेली : बहेड़ी नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष के पति और बहेड़ी विधानसभा से संभावित प्रत्याशी डॉक्टर नसीम अहमद ने राज्यपाल उत्तर प्रदेश के नाम ज्ञापन देते हुए कहा कि यूपी के कांवड़ रूट पर दुकानदारों के नेम प्लेट लिखने की अनिवार्यता वाले आदेश ने हड़कंप मचा दिया है। इस आदेश के बाद एक बड़ा वर्ग को लगता
सरकार का यह आदेश किस मंशा से जारी किया गया है। इसमे सरकार की मंशा एक धर्म के लोगों को प्रताड़ित क़रने की ही हो रही है। सरकार के आदेश को आर्थिक रूप से कमजोर करने की दिशा में उठाया गया कदम माना जा रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार के आदेश ने कांवड़ रूट के दुकानदारों में भय का माहौल बना दिया है। , सूबे के मुखिया सीएम योगी आदित्यनाथ ने कांवड़ रूट पर किसी भी प्रकार की अव्यवस्था से बचने के लिए सभी दुकानों और होटल पर दुकानदार के नाम लिखने के आदेश जारी किए हैं। इससे खास वर्ग के लोगों ने हड़कंप मचा हुआ है। इस मुद्दे को विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी और पूर्व चेयरमैन पति नसीम अहमद ने राज्यपाल के सामने उठाया है। नसीम अहमद ने ज्ञापन के माध्यम से कहा है पिछ्ली परंपरओं के अनूसार सब्जी फल किराने की दुकानें क़ाबड़ यात्रा के दौरान खोलते रहे हैं कांवड़ यात्रा के समय नए आदेश जारी किये हैं ठेले सब्जी किराना मेडिकल स्टोर आदि के आगे विक्रेता का नाम होना चाहिए नही तो विक्रेता के खिलाया कारवाही की जाएगी उनका कहना सरकार धर्म के नाम पर एक दूसरे को बांटना चाहती है एक ज्ञापन तहसीलदार सोभित चौधरी को सौंपा है इस दौरान नसीम अहमद के साथ मोहम्मद ताहिर, जलीस मिस्त्री, मोहम्मद हैदर, उपेंद्र कुमार, अनवर अहमद, अकील अहमद, वसीम, मोहम्मद आसिफ, खलीक अहमद, इरशाद अहमद, आज़म, जलीस , नासिर , शाहनवाज आदि मौजूद रहे।
खबरें और भी हैं...