
शिवपुरी, मध्य प्रदेश। शिवपुरी जिले के पिछोर कस्बे में शुक्रवार की सुबह उस वक्त सनसनी फैल गई जब ठाकुर बाबा मंदिर इलाके में एक घर पर आसमान से तेज आवाज के साथ किसी वस्तु के गिरने की खबर सामने आई। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि यह वस्तु भारतीय वायुसेना के किसी एयरक्राफ्ट का हिस्सा हो सकती है, जो उड़ान के दौरान टूटकर गिर गया।
धमाके से कांपे लोग, बड़ा हादसा टला
यह हादसा पिछोर थाना क्षेत्र के रेस्ट हाउस के पास स्थित बाबा मंदिर कॉलोनी में सुबह करीब 11 बजे हुआ। जिस मकान पर यह धातु जैसी वस्तु गिरी, वह शिक्षक मनोज सगर का घर है। हादसे के समय मनोज सगर अपने परिवार के साथ घर में मौजूद थे और नाश्ता कर रहे थे। अचानक छत पर जोरदार धमाके की आवाज सुनाई दी और मकान के दो कमरे क्षतिग्रस्त हो गए।
गनीमत यह रही कि इस हादसे में कोई भी व्यक्ति घायल नहीं हुआ। परिवार के सभी सदस्य सुरक्षित हैं। घटना से पूरे मोहल्ले में दहशत का माहौल बन गया है।
पुलिस बल तैनात, जांच शुरू
घटना की सूचना मिलते ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजीव मुले सहित पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी गई। संजीव मुले ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह धातु का टुकड़ा वायुसेना के एयरक्राफ्ट का हिस्सा प्रतीत हो रहा है।
उन्होंने बताया, “इस टुकड़े की बनावट और संरचना से लगता है कि यह वायुसेना के विमान का हिस्सा है। दो कमरों को नुकसान हुआ है लेकिन शुक्र है कि जानमाल की हानि नहीं हुई है।”
ग्वालियर एयरबेस को भेजी गई सूचना
घटना की गंभीरता को देखते हुए ग्वालियर एयरबेस को इस पूरे मामले की जानकारी दे दी गई है। वहां से विशेषज्ञों की टीम के आने की संभावना है जो यह सुनिश्चित करेगी कि यह हिस्सा किस प्रकार का था, किस विमान से गिरा और यह दुर्घटनावश हुआ या किसी तकनीकी खराबी का नतीजा था।
स्थानीय लोगों में भय का माहौल
धमाके के बाद मोहल्ले में अफरा-तफरी मच गई। लोग घरों से बाहर निकल आए और किसी बड़े हादसे की आशंका से सहम गए। स्थानीय निवासी और प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि अचानक जोर का धमाका हुआ और कुछ समय तक तो कुछ समझ ही नहीं आया। बाद में जाकर देखा कि मकान की छत टूटी हुई थी और उसमें कोई भारी चीज गिरी थी।
क्या हो सकता था अगर…?
विशेषज्ञों की मानें तो अगर यह धातु का टुकड़ा कुछ सेंटीमीटर इधर-उधर गिरता, या नीचे बैठा कोई व्यक्ति होता, तो यह घटना जानलेवा साबित हो सकती थी। इस मामले ने एयरफोर्स की उड़ानों की सुरक्षा व्यवस्था और निगरानी पर भी कई सवाल खड़े कर दिए हैं।