
Shimla : हिमाचल प्रदेश में अक्तूबर के शुरुआती हफ्ते में हो रही बर्फबारी ने पूरे प्रदेश को ठंड की चपेट में ला दिया है। आमतौर पर दिसंबर-जनवरी में गिरने वाली बर्फ इस बार समय से पहले गिरने से मौसम ने सबको चौंका दिया है। लाहौल-स्पीति, किन्नौर, कुल्लू और चम्बा जिलों के ऊपरी इलाकों में रुक-रुक कर बर्फबारी हो रही है, जबकि राजधानी शिमला समेत राज्य के कई मैदानी क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ बारिश का दौर जारी है। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से मौसम में यह बदलाव आया है। तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है और पहाड़ी इलाकों में ठंड ने दिसंबर जैसी दस्तक दे दी है।
मौसम विभाग के अनुसार राज्य का औसतन न्यूनतम तापमान सामान्य से 1.6 डिग्री नीचे चला गया है। लाहौल-स्पीति जिला मुख्यालय केलंग में सोमवार को न्यूनतम तापमान 0.1 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है, जिससे यहां सर्दी का असर तेज हो गया है। किन्नौर के कल्पा में न्यूनतम तापमान 6.4 डिग्री, ताबो और कुकुमसेरी में 5.2 डिग्री, नारकंडा में 5.8, डलहौजी में 6, कुफ़री में 6.8, मनाली में 8.5, भरमौर में 7 और राजधानी शिमला में न्यूनतम तापमान 11.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। तापमान में गिरावट के चलते लोगों ने गर्म कपड़े निकाल लिए हैं और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में अलाव का सहारा लेना शुरू कर दिया है।
लाहौल-स्पीति में बीती रात से बर्फबारी के दौर चल रहा है। अटल टनल रोहतांग, सिस्सू और कोकसर सहित पूरी घाटी में दो इंच तक ताजा बर्फबारी हुई है। बर्फबारी के चलते सड़कों पर वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई है और वाहन धीरे-धीरे रेंगते हुए चल रहे हैं। लाहौल घाटी में ठंड बढ़ने से जनजीवन प्रभावित हो गया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार अगले 24 घण्टों के दौरान ऊंचे इलाकों में बर्फबारी का दौर जारी रहने की संभावना है।
लाहौल स्पीति और चम्बा के ऊपरी इलाकों में बर्फबारी का अलर्ट जारी किया गया है। चम्बा जिले के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल साच पास में भी सीजन की पहली बर्फबारी दर्ज की गई है। यहां दो से ढाई इंच तक ताजा बर्फ गिरी है। इससे क्षेत्र में सर्दी की शुरूआत हो गई है। लोग अब गर्म कपड़े पहनकर बाहर निकल रहे हैं। किन्नौर में भी हल्का हिमपात हुआ है, जबकि निचले इलाकों में लगातार हल्की बारिश हो रही है। राज्य के कई निचले व मैदानी क्षेत्रों में भी बारिश का सिलसिला जारी है।
मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, कांगड़ा जिला के गुलेर में सर्वाधिक 42 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है, जबकि नगरोटा सुरियां में 38, भरविन में 37, देहरा गोपीपुर में 35, सिरमौर के पच्छाद में 34, हमीरपुर के अग्घर में 32 और नादौन में 28 मिलीमीटर वर्षा हुई है। कुल्लू जिले के गोंदला में 5 सेंटीमीटर और केलंग में 4 सेंटीमीटर बर्फबारी दर्ज की गई है।
मौसम विभाग ने आज चम्बा, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी जिलों में गरज-चमक के साथ भारी से बहुत भारी वर्षा और 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से आंधी चलने की संभावना जताई गई है। इन जिलों के लिए ओरेंज अलर्ट जारी किया गया है। ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, शिमला, सोलन, सिरमौर, किन्नौर और लाहौल-स्पीति जिलों में येलो अलर्ट लागू है।
7 अक्तूबर को ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, चम्बा, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी जिलों में भारी वर्षा और 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से आंधी चलने की चेतावनी दी गई है। 8 अक्तूबर को भी मौसम खराब रहने का अनुमान है, हालांकि इस दिन कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है। मौसम विभाग ने बताया कि 9 से 12 अक्तूबर तक पूरे राज्य में आसमान साफ रहेगा और मौसम सामान्य होने लगेगा।