शिमला। एसजेवीएन 31 मई तक अपनी समस्त परियोजनाओं एवं कार्यालयों में स्वच्छता पखवाड़ा-2024 मना रहा है। अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक एसजेवीएन सुशील शर्मा ने गुरूवार को संपर्क कार्यालय नई दिल्ली में कर्मचारियों को स्वच्छता की शपथ दिलाई। इस अवसर पर निदेशक (वित्त) अखिलेश्वर सिंह और मुख्य सतर्कता अधिकारी प्रेम प्रकाश सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे। यह एसजेवीएन में स्वच्छ और हरित वातावरण बनाए रखने के लिए कंपनी की प्रतिबद्धता को सुदृढ़ करने वाले स्वच्छता पखवाड़े के प्रारंभ का प्रतीक है।
स्वच्छता की शपथ एसजेवीएन कारपोरेट मुख्यालय, शिमला और हिमाचल प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, बिहार, महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, असम और अरुणाचल प्रदेश में स्थित 22 अन्य स्थानों/परियोजनाओं में भी दिलाई गई। सुशील शर्मा ने स्वच्छ एवं स्वस्थ समाज को बनाए रखने में व्यक्तिगत उत्तरदायित्व के महत्व पर बल दिया। उन्होंने कर्मचारियों को कार्यस्थल और उसके आस-पास स्वच्छता पहल में सक्रिय रूप से योगदान देने के लिए प्रोत्साहित किया। एसजेवीएन में वर्ष 2016 से स्वच्छता पखवाड़े का आयोजन किया जा रहा है,
जिसमें कर्मचारियों द्वारा स्थानीय समुदायों के सहयोग से स्वच्छता अभियान, जागरूकता कार्यक्रम आदि जैसी विभिन्न पहलों में भाग लिया जाता है। इस वर्ष संगठन के कार्य क्षेत्र से संबंधित संपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र में गहन स्वच्छता प्रयासों को सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
एसजेवीएन की स्वच्छता पखवाड़ा कार्य योजना, 2024 में प्रमुख सार्वजनिक स्थलों पर स्वच्छता अभियान, कार्यालय कैंटीन के अपशिष्ट की बायो कंपोस्टिंग, एसजेवीएन कर्मचारियों द्वारा आसपास के क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान में श्रमदान, प्लास्टिक के उपयोग को समाप्त करने और पर्यावरण के अनुकूल सामग्री के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए विशेष जागरूकता अभियान, कार्यालय अपशिष्ट पेपर रिसाईकलिंग तंत्र की स्थापना, सामुदायिक पौधारोपण अभियान आदि शामिल है।
इसमें विभिन्न राज्यों में एसजेवीएन परियोजनाओं के समीप नदियों का सफाई अभियान, कार्यशालाओं, स्वच्छता प्रदर्शनियों, विशेषज्ञ वार्ता और नुक्कड़ नाटकों का आयोजन, वर्मीकंपोस्टिंग के साथ-साथ ठोस एवं तरल पदार्थ-पृथक्करण प्रक्रिया आधारित अपशिष्ट प्रबंधन (एसएलडब्ल्यूएम) जैसी सुविधाओं का विशेष अभियान भी शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि एसजेवीएन को वर्ष 2018, 2022 एवं वर्ष 2023 के दौरान भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय द्वारा प्रतिष्ठित स्वच्छता पखवाड़ा अवार्ड के तहत प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।