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शिमला । शिमला पुलिस ने एक बड़े ऑपरेशन में अंतरराज्यीय चिट्टा तस्करी गिरोह सन्दीप शाह के छह और सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इस गिरोह के तार कई राज्यों से जुड़े हुए हैं और इसमें महिलाओं की भी अहम भूमिका सामने आई है। गिरफ्तार किए गए लोगों में एक महिला वकील भी शामिल है जो नशे के इस अवैध कारोबार के वित्तीय लेनदेन में शामिल थी। पुलिस की कार्रवाई से गिरोह के नेटवर्क को बड़ा झटका लगा है। अब तक इस गिरोह के सरगना संदीप शाह समेत करीब 36 तस्करों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें 25 महिलाएं भी पुलिस के रडार पर हैं।
शिमला पुलिस ने बुधवार शाम शोघी बैरियर पर कार्रवाई करते हुए महिला वकील अवंतिका (30) को गिरफ्तार किया। वह शिमला के उपनगर ढली की रहने वाली है और पुलिस की जांच में सामने आया कि वह नशे के अवैध कारोबार से जुड़े वित्तीय लेनदेन को संभाल रही थी। इसके अलावा पुलिस ने तहसील वेलफेयर अधिकारी मुकुल चौहान को भी गिरफ्तार किया है, जो पहले से ही इस गिरोह के संपर्क में था।
गिरफ्तार किए गए अन्य आरोपियों में सिरसा हरियाणा के विजय सोनी (37), नारकंडा के अक्षित उर्फ अक्शू (24), कृष्णा नगर शिमला के मजदूर हॉस्टल में रहने वाले मंगत राम उर्फ मंगा (46) और मल्याणा शिमला की अंकिता नेगी (25) शामिल हैं। इन सभी पर एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है और इन्हें कोर्ट में पेश करने के बाद पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है।
नशे के दलदल में धंसते युवा, महिलाएं भी सक्रिय –
पुलिस जांच में यह खुलासा हुआ है कि संदीप शाह गिरोह ने नशे की लत को हथियार बनाकर युवाओं को तस्करी में धकेला। कई युवक और महिलाएं नशे के आदी हो गए और पैसे के लालच में आकर इस गोरखधंधे का हिस्सा बन गए। गिरोह के नेटवर्क को मजबूत करने के लिए महिलाओं की भी भर्ती की गई, जिनमें से कई नशे की खपत और तस्करी दोनों में शामिल पाई गईं।
अब तक इस गिरोह की तीन महिलाओं को गिरफ्तार किया जा चुका है। जबकि 25 संदिग्ध महिलाएं पुलिस के रडार पर हैं। पुलिस का मानना है कि ये महिलाएं न केवल तस्करी में शामिल थीं बल्कि नशे की सप्लाई चेन को सुचारू रूप से चलाने में भी अहम भूमिका निभा रही थीं।
अंतरराज्यीय नेटवर्क, हरियाणा तक फैला गिरोह –
इस गिरोह का नेटवर्क हिमाचल प्रदेश के अलावा हरियाणा, पंजाब और दिल्ली तक फैला हुआ है। पुलिस को जांच में पता चला है कि सिरसा, हरियाणा के कुछ बदमाश इस गिरोह से जुड़े हुए थे और हिमाचल में चिट्टा की सप्लाई कर रहे थे। गिरोह के सदस्य युवाओं को नशे की लत में डालकर उन्हें इस धंधे में शामिल कर लेते थे और फिर उनसे ड्रग्स सप्लाई का काम करवाते थे।
शिमला के एसपी संजीव कुमार गांधी ने कहा कि पुलिस नशे के इस अवैध कारोबार में शामिल किसी भी व्यक्ति को नहीं छोड़ेगी। उन्होंने कहा कि हमारी पूरी कोशिश है कि युवाओं को इस दलदल से बाहर निकाला जाए और नशे के व्यापार को जड़ से खत्म किया जाए। पुलिस लगातार गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है और इस मामले में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।