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इन दिनों कांग्रेस नेता शशि थरूर अपने एक बयान को लेकर सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में हैं। उन्होंने कहा था कि अगर कांग्रेस को उनकी जरूरत नहीं है तो उनके पास भी विकल्प मौजूद हैं। जिसके बाद से ही शशि थरूर के कांग्रेस छोड़ने को लेकर विवाद चल रहा है। आज शशि थरूर ने महाशिवरात्रि के पर्व के दिन अपने नाम ‘शशि’ को लेकर खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि उनका नाम शशि क्यों रखा गया था।
सोशल मीडिया पर शशि थरूर ने बताया, “मेरा जन्म महाशिवरात्रि के दिन हुआ था, इसलिए मेरा नाम ‘शशि’ रखा गया। ‘शशि’ का मतलब अर्ध चंद्रमा होता है, जो भगवान शिव के सिर पर स्थित अर्धचंद्र के रूप में दिखता है। यही कारण है कि मुझे यह नाम दिया गया।” उन्होंने यह भी कहा कि, केरल कैलेंडर के हिसाब से, आज उनका ‘नक्षत्रम जन्मदिन’ है। यह दिन उनके परिवार के लिए हमेशा एक विशेष अवसर रहा है। हालांकि, उनका आधिकारिक जन्मदिन 9 मार्च को है।
बता दें कि कुछ समय पहले शशि थरूर ने कांग्रेस के संदर्भ में कहा था कि वह पार्टी के लिए हमेशा उपलब्ध हैं, लेकिन अगर पार्टी को उनकी जरूरत नहीं है, तो उनके पास अन्य विकल्प भी हैं। उन्होंने यह भी कहा कि तिरुवनंतपुरम में उनकी अपील लोगों पर पार्टी से ज्यादा प्रभावी है। यहां तक कि कांग्रेस के विरोधी भी उन्हें वोट देते हैं, जो यह दर्शाता है कि उनका तरीका और व्यवहार लोगों को पसंद आता है।
विधानसभा चुनावों में लगातार हार से शशि थरूर ने अपनी चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में सफलता के बाद भी कांग्रेस राज्य स्तर पर हार रही है। अगर पार्टी ने अन्य लोगों तक पहुंचने की कोशिश नहीं की, तो 2026 के विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस को केरल में विपक्ष में बैठना पड़ सकता है।