
Keral Congress Leader Video : केरल में पुलिस की बर्बरता का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसने पूरे राज्य में हलचल मचा दी है। यह घटना दो साल पुरानी है, लेकिन हाल ही में इसे सोशल मीडिया पर वायरल किया गया है। हुए सीसीटीवी फुटेज ने फिर से इस घटना को सुर्खियों में ला दिया है।
वीडियो में कुन्नमकुलम पुलिस द्वारा युवा कांग्रेस नेता वी.एस. सुजीत की बेरहमी से पिटाई किए जाने का दृश्य स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। इस वीडियो के सामने आने के बाद कांग्रेस और असंबद्ध विपक्षी दलों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
सीसीटीवी फुटेज में क्या दिख रहा है?
फुटेज में दिखाया गया है कि सुजीत को पुलिस वाहन से निकालकर सीधे थाने के अंदर ले जाया जा रहा है। वीडियो में उन्हें लिंगी को लपेटते हुए और फिर थाने के अंदर जाते हुए देखा गया है। उसके बाद पुलिसकर्मी उनके साथ क्रूरता करते हैं, जिसमें थप्पड़ और मारपीट की घटनाएं स्पष्ट हैं। यह वीडियो बुधवार को सोशल मीडिया पर सार्वजनिक हुआ है, जिसने लोगों का गुस्सा भड़का दिया है। कांग्रेस नेताओं ने इस फुटेज को साझा कर पुलिस की इस तरह की कार्यप्रणाली पर तीखा हमला बोला है।
नेताओं का क्या कहना है?
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने इस घटना पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा, “यह अमानवीय और गैरकानूनी है। ऐसे अधिकारियों का पुलिस बल में कोई स्थान नहीं है।” उन्होंने मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और गृह विभाग से त्वरित कार्रवाई की मांग की है। नेता प्रतिपक्ष वीडी सतीशन ने भी पत्र लिखकर कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों ने इस मामले को दबाने का प्रयास किया है और आरोपी पुलिसकर्मियों को सेवा से हटाने की जरूरत है।
आरोप और आरोपितों की स्थिति
फुटेज सामने आने के बाद, सुजीत ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने उन्हें 20 लाख रुपये की पेशकश भी की थी ताकि मामले को दबाया जा सके। उन्होंने बताया कि यह फुटेज उन्हें लंबी कानूनी लड़ाई के बाद मिली है, जिसमें बताया गया कि मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया और केवल मामूली धाराओं में ही आरोप लगाए गए हैं। साथ ही, आरोप है कि आरोपी पुलिसकर्मी अभी भी सेवा में हैं।
प्रदर्शन और आक्रोश
शशि थरूर ने सोशल मीडिया पर इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “न्याय और गरिमा के सिद्धांतों का उल्लंघन करने वाले पुलिसकर्मियों को बख्शा नहीं जाना चाहिए।” वहीं, मलप्पुरम में युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोपी सब-इंस्पेक्टर नूहमान के घर तक विरोध मार्च निकाला। प्रदर्शनकारियों ने जबरदस्त हंगामा किया और बैरिकेड्स तोड़ने का प्रयास किया, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर कई प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा। फिलहाल, नूहमान अपने घर नहीं हैं और पुलिस क्वार्टर में रह रहे हैं।
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