शामली रेलवे स्टेशन का होगा कायाकल्प, 25 करोड़ की लागत से हो रहा पुनर्विकास

नई दिल्ली। भारतीय रेलवे अपने महत्वाकांक्षी अमृत भारत स्टेशन पुनर्विकास कार्यक्रम के तहत देशभर के 1,300 से अधिक स्टेशनों को आधुनिक स्वरूप देने की दिशा में तेजी से काम कर रहा है। इसी कड़ी में दिल्ली मंडल के अंतर्गत आने वाले शामली रेलवे स्टेशन का कायाकल्प किया जा रहा है। लगभग 25 करोड़ रुपये की लागत से हो रहा यह कार्य अब अंतिम चरण में पहुंच गया है।

शामली रेलवे स्टेशन पर प्रतिदिन औसतन 6,500 यात्री आवागमन करते हैं, जिनमें से अधिकतर दैनिक यात्री होते हैं। स्टेशन को पुनर्विकास के लिए इसलिए चुना गया क्योंकि यहां सर्कुलेटिंग एरिया (स्टेशन में प्रवेश-निकासी क्षेत्र) में भीड़भाड़, सीमित यात्री सुविधाएं, प्रकाश व्यवस्था और सुरक्षा संबंधी कमियां तथा पुराना ढांचा यात्रियों को कठिनाई देता था।

रेलवे के अनुसार पुनर्विकास कार्यों में यात्रियों के लिए एसी और नॉन-एसी प्रतीक्षालय, स्वच्छ शौचालय, दो लिफ्ट, दिव्यांगजन-अनुकूल रैंप, कम ऊंचाई वाले टिकट काउंटर, वाटर बूथ, टैक्टाइल पाथ और आधुनिक सूचना प्रणाली शामिल की गई हैं। स्थानीय आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए ‘एक स्टेशन एक उत्पाद’ कियोस्क की भी स्थापना की जाएगी।

स्टेशन भवन को ऊर्जा दक्षता और पर्यावरण अनुकूलता को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन किया गया है। इसमें पर्याप्त प्राकृतिक प्रकाश, कम ऊर्जा वाले एलईडी प्रकाश व्यवस्था तथा परिसर में देशी प्रजातियों के वृक्षारोपण जैसे उपाय किए गए हैं।

रेलवे अधिकारियों के अनुसार मुख्य भवन का काम लगभग पूरा हो चुका है, वहीं 12 मीटर चौड़ा फुट ओवर ब्रिज और प्लेटफ़ॉर्म शेल्टर का कार्य भी अंतिम चरण में है। प्लेटफ़ॉर्म की सतह का लगभग 70 प्रतिशत काम पूरा हो गया है और सर्कुलेटिंग व पार्किंग क्षेत्र भी शीघ्र ही यात्रियों के उपयोग के लिए तैयार हो जाएगा।

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