
Shahjahanpur : मेडिकल कॉलेज आए दिन सुर्खियां बटोर रहा है। इससे पहले भी कई बार कॉलेज प्रशासन पर बिना रुपये दिए इलाज न करने के आरोप लग चुके हैं। हालांकि उसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। कुछ माह पूर्व भी जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह से एक युवक ने शिकायत दर्ज कराई थी, जिसका अभी तक कोई अता-पता नहीं चल सका। इसी बीच गुरुवार को नया मामला सामने आ गया है।
पुवायां थाना क्षेत्र के ग्राम देवरिया निवासी गुड्डू ने पत्नी की मौत के बाद मेडिकल कॉलेज प्रशासन पर गंभीर लापरवाही और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि उनकी पत्नी प्रीति, जो सांस की बीमारी से ग्रसित थीं, गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराई गई थीं। तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें आईसीयू में शिफ्ट किया गया, लेकिन उसके बाद भी कोई उचित देखभाल नहीं की गई, जिसके कारण उनकी मौत हो गई।
गुड्डू का आरोप है कि इलाज के दौरान डॉक्टर ने ₹5000 की रिश्वत मांगी। इस घटना का उन्होंने वीडियो बना लिया था, लेकिन डॉक्टर ने स्टाफ की मदद से उनका मोबाइल छीनकर वीडियो डिलीट करवा दिया। लगभग 10 मिनट बाद मोबाइल वापस किया गया। गुड्डू ने कहा, अब मेरे पास कोई सबूत नहीं बचा है।
उन्होंने यह भी बताया कि कागज़ पर हस्ताक्षर करवा लिए गए, जिसके बाद उनकी पत्नी की देखभाल बिल्कुल बंद कर दी गई। गुड्डू ने इस पूरे मामले की शिकायत हेल्पलाइन नंबर 1019 पर भी दर्ज कराई है और मेडिकल प्रशासन को भी शिकायत दी है। परिवार ने जिला प्रशासन से पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
क्या बोले प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि मामले की जानकारी नहीं है। शिकायत मिलने पर जांच कराकर उचित कार्रवाई की जाएगी।
क्या बोले डीएम धर्मेंद्र प्रताप सिंह
वहीं इस मामले में जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि अगर वीडियो डिलीट कर दिया गया है, तो उसका कुछ नहीं हो सकता। अगर पीड़ित के पास कोई अन्य सबूत उपलब्ध हैं, तो उनकी जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
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