
शाहजहांपुर। आगामी 11 जुलाई से 09 अगस्त तक आयोजित होने वाले श्रावण मास एवं कांवड़ यात्रा को शांतिपूर्ण, सुरक्षित एवं सुव्यवस्थित ढंग से संपन्न कराने के उद्देश्य से कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी धर्मेन्द्र प्रताप सिंह एवं पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी की संयुक्त अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
बैठक में संभ्रांतजनों, जोनल एवं सेक्टर मजिस्ट्रेटों सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों की उपस्थिति में यात्रा की तैयारियों के संबंध में विभिन्न बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। जिलाधिकारी ने कहा कि श्रावण मास के दौरान भगवान शिव के जलाभिषेक हेतु श्रद्धालुओं एवं कांवड़ यात्रियों की संख्या में भारी वृद्धि होती है, ऐसे में प्रशासन का दायित्व बनता है कि सभी आवश्यक व्यवस्थाएं समय से सुनिश्चित की जाएं, ताकि कोई अव्यवस्था उत्पन्न न हो।
जिलाधिकारी ने संभ्रांतजनों से प्राप्त सुझावों को गंभीरता से लेते हुए संबंधित अधिकारियों को तत्काल आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि श्रावण मास एवं कांवड़ यात्रा का पर्व सद्भाव, प्रेम एवं सामाजिक सौहार्द का प्रतीक है, इसे परंपरागत शांतिपूर्ण माहौल में मनाया जाना चाहिए। इसके लिए जनपद के सभी संबंधित विभाग पहले से तैयारियों को अंतिम रूप दे दें, जिससे कि कानून-व्यवस्था, विद्युत आपूर्ति, पेयजल, साफ-सफाई, चिकित्सा सेवाओं एवं अन्य नागरिक आवश्यकताओं से जुड़ी सुविधाएं पूरी तरह दुरुस्त रहें।
जिलाधिकारी ने सभी जोनल एवं सेक्टर मजिस्ट्रेटों, पुलिस क्षेत्राधिकारियों एवं थाना प्रभारियों को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में कांवड़ यात्रा के दृष्टिगत व्यापक निरीक्षण कर यह सुनिश्चित करें कि कहीं कोई व्यवधान या असुविधा उत्पन्न न हो। उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा मार्गों में विद्युत पोल, तारों एवं उनके संयोजन की स्थिति पूरी तरह सुरक्षित होनी चाहिए, जिससे कोई दुर्घटना न हो। साथ ही, यात्रा मार्गों पर स्थित मांस की दुकानें यात्रा अवधि में बंद रखी जाएंगी, जबकि शराब की दुकानों को ढककर संचालन सुनिश्चित किया जाएगा।
उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि कांवड़ यात्रा मार्ग में स्थित खाद्य सामग्री विक्रेताओं की दुकानों पर खाद्य सुरक्षा लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन, दुकानदार का नाम एवं मोबाइल नंबर बड़े अक्षरों में अंकित हो, जिससे किसी प्रकार की आवश्यकता या आपत्ति की स्थिति में त्वरित संपर्क किया जा सके। मार्ग में सभी स्ट्रीट लाइटें सुचारु रूप से जलती रहें, इसके लिए संबंधित नगर निकायों को निर्देशित किया गया है। इसके अतिरिक्त, संकेतक चिन्ह एवं रिफ्लेक्टर की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाएगी, जिससे रात्रिकालीन यात्रा सुरक्षित हो सके।
स्वास्थ्य सेवाओं के संदर्भ में जिलाधिकारी ने कहा कि यात्रा मार्ग में पड़ने वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं अस्थायी स्वास्थ्य शिविरों में पर्याप्त मात्रा में चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ, दवाएं, एम्बुलेंस आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इस हेतु स्वास्थ्य विभाग को पूर्व में ही ड्यूटी चार्ट तैयार कर आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री राजेश द्विवेदी ने सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में स्थानीय नागरिकों, सामाजिक संगठनों एवं व्यापारिक प्रतिनिधियों से संवाद स्थापित करें एवं पूर्व वर्षों में किए गए आयोजनों की जानकारी लेते हुए बेहतर व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें। उन्होंने पुलिस अधिकारियों सहित समस्त संबंधित विभागों को निर्देशित किया कि श्रद्धालुओं की सुविधाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखते हुए सभी व्यवस्थाओं को सुदृढ़ किया जाए।
उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रियों के साथ सभी अधिकारी व कर्मचारी सम्मानजनक एवं शालीन व्यवहार करें और उनकी हर संभव सहायता की जाए। यातायात व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने हेतु ट्रैफिक पुलिस को पूर्व निर्धारित डायवर्जन प्लान को प्रभावी रूप से लागू कराने तथा संभावित भीड़भाड़ वाले मार्गों पर विशेष निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही, आवश्यक स्थानों पर अस्थाई पुलिस सहायता केंद्र भी स्थापित किए जाएंगे।
बैठक में अपर जिलाधिकारी प्रशासन रजनीश कुमार मिश्रा, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अरविंद कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विवेक कुमार मिश्रा, नगर मजिस्ट्रेट शप्रवेन्द्र कुमार, पुलिस अधीक्षक नगर देवेंद्र कुमार, एसपीआरए सहित संबंधित विभागों के अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।















