Shahjahanpur : खुटार में बाघ के हमले से किसान घायल

  • नाक, कान, हाथ और सिर पर मारे पंजे
  • गन्ने के खेत में घास काटने के समय बोला जानलेवा हमला

Shahjahanpur : यूपी के शाहजहांपुर में उस समय हड़कंप मच गया जब एक बाग ने खेत में घास काट रहे किसान पर हमला कर दिया। मामला जनपद के खुटार थाना क्षेत्र का है जहां रायपुर पटियात गांव में रविवार सुबह झाबर किनारे स्थित जिंद बाबा स्थान के पास गन्ने के खेत में घास काटने गए श्याम पाल उर्फ रामू (45) पर बाघ ने जानलेवा हमला कर दिया। बाघ ने किसान पर पीछे से हमला कर दबोच लिया और खींचने का प्रयास करता रहा। किसान श्याम पाल ने बचने को बाघ से छूटने की कोशिश की। लेकिन बाघ अपने पंजो से दबोचा रहा। बाघ के हमले में किसान के नाक, कान, हाथ और सिर के साथ ही अन्य स्थानों पर पंजे लगे हुए हैं। जिससे घायल हो गए। श्यामपाल के शोर मचाने पर आसपड़ोस में खेतों में काम कर रहे गांव रायपुर पटियात निवासी किसान खुशीराम, राजेश अपने तमाम साथियों के साथ दौड़कर पहुंच गए। जहां सभी ने लाठी-डंडों से बाघ को ललकारा और फिर से गन्ने के खेत में वापस चला गया। इसके बाद परिजनों को सूचना दी गई। तो यह सुनकर होश उड़ गए और आनन-फानन में मौके पर पहुंचे।

परिजनों ने 108 सेवा एंबुलेंसकर्मी सोमवार, सुशील पांडे की मदद से घायल श्याम पाल को खुटार सीएचसी में भर्ती कराया। जहां घायल का इलाज चल रहा है। गांव रायपुर पटियात निवासी रेशमा देवी ने बताया कि उनके पति श्याम पाल सुबह नाश्ता करने के बाद जानवरों के लिए घास काटने घर से खेतों की ओर निकले थे। खुटार के रहने वाले किसन्ने के गन्ने के खेत में उनके पति घास काट रहे थे। तभी बाघ ने अचानक पीछे से हमला कर दिया। जिससे पति घायल हो गए। उधर, ग्रामीणों ने इसकी जानकारी वन विभाग अधिकारियों को दी तो पैरों तले जमीन खिसक गई। सूचना मिलते ही रेंजर मनोज श्रीवास्तव टीम के साथ खुटार अस्पताल पहुंचे। जहां घायल से घटना की जानकारी जुटाई। बाद में वनकर्मियों की टीम वापस लौट गई।

ग्रामीण बोले, आवारा पशु को भी बनाया निवाला

ग्रामीणों का कहना है कि शनिवार रात को बाघ ने खेतों की तरफ घूम रहे आवारा पशु को भी अपना निवाला बना लिया है। खेत में गोबर, खून के छीटे मिले हैं। जबकि अवशेष नहीं मिले हैं। बाघ उस आवारा पशु को गन्ने के खेत में घसीट ले गया और मार डाला। जबकि रविवार सुबह नौ बजे फिर से बाघ ने घास काटने गए किसान पर हमला कर घायल कर दिया। इससे गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है। लेकिन वन विभाग ध्यान नहीं दे रहा है। जिस पर लोगों ने नाराजगी जाहिर की है।

वन विभाग की कार्यवाही

रायपुर पटियात गांव निवासी श्यामलाल को बाघ ने हमला कर घायल करने के बाद रेंजर मनोज श्रीवास्तव वनकर्मियों के साथ घटनास्थल पर जांच करने पहुंचे। जहां भारी संख्या में भीड़ जुट गई। जांच के कुछ ही मिनट बाद रेंजर टीम के साथ वापस लौट गए। इससे लोगों ने वन विभाग के खिलाफ आक्रोश फैल गया और लापरवाही के चलते नाराजगी जाहिर की। ग्रामीणों ने कहा कि बाघ ने एक युवक को घायल कर दिया। लगता है इस बात का असर वन विभाग के अधिकारियों पर नहीं पड़ा है और न किसी तरह की चिंता। रेंजर मनोज श्रीवास्तव करीब 15 मिनट शायद ही रुके हो। उतने ही समय में केवल एक ही जगह पर खड़े होकर इधर-उधर तक झांक करने का सिलसिला जारी रखा। जबकि गांव के लोगों से घटना से संबंधित पूछताछ करने की जहमत तक नहीं उठाई। इसके अलावा रेंजर ने बाघ की लोकेशन, कांबिंग, पगमार्क ट्रेस करने के साथ ही लोगों से अपील करने की जरूरत नहीं समझी।

इन 15 मिनटों में जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर दी गई और वापस लौट गए। इसके अलावा वन अधिकारियों ने गांव में बाघ की लोकेशन लेने के लिए टीम को भी नहीं लगाया। लोगों का मानना है कि बाघ आसपास गन्ने के खेतों में छिपा बैठा हो सकता है। जो किसी भी समय हमला कर जानलेवा साबित हो सकता है। वजह है कि बाघ ने युवक पर हमला करने के बाद रायपुर पटियात, कुंभिया माफी, गेंहुआ, रसवां कलां, सेहजनिया, मुकुंदापुर आदि गांवों में दहशत का माहौल बना हुआ है। जिससे लोग खेतों की ओर जाने से कतरा रहे हैं। फिर भी वन अधिकारियों पर इस बात का कोई फर्क नहीं पड़ता है। बाघ किसी को घायल करें या मारे। जिस पर ग्रामीणों ने वन विभाग के खिलाफ रोष जताया है।

ग्रामीण बोले, जंगल की तरफ भगाओ या फिर पकड़ो

गांव के लोगों ने बताया कि वन विभाग इस मामले में खानापूर्ति कर रहा है। बाघ को पकड़ने के लिए न कोई इंतजाम है और न ही कोई टीम लगाई गई है। केवल जांच के नाम पर दिखावा कर रहे हैं। गांव के लोगों ने बाघ को पकड़ने या फिर जंगल की तरफ खदेड़ने की मांग की है। जिससे लोग सुरक्षित हो सके और खेतों में काम करने में कोई परेशानी न हो।

वहीं वन विभाग के एसडीओ सुशील ने बताया कि घटना की सूचना पर टीम मौके पर पहुंची थी और घायल से पूछताछ की। टीम ने जांच की है। साथ ही पगमार्क ट्रेस किए जाएंगे। बाघ की लोकेशन ट्रेस कराई जाएगी। अगर बाघ जंगल में चला गया है तो सही है। नहीं तो बाघ को पकड़ने के लिए पिंजरा रखवाया जाएगा।

वहीं खुटार सीएचसी प्रभारी डॉक्टर विनोद कुमार ने बताया कि कुछ लोग घायल को लेकर आये थे। जो बाघ के हमले से घायल होने की बात कह रहे थे। घायल के सिर, गर्दन और हाथ में पंजे लगे है। हालत में सुधार है। उसे रेफर नहीं किया गया है। हो सकता है की शाम तक अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी।

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