
- महापौर सहित नगर आयुक्त के नियमित निरीक्षण के बाद भी हालत खस्ताहाल
शाहजहांपुर। उत्तर प्रदेश सरकार के कद्दावर नेताओं में गिने जाने वाले वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना अपने शहर शाहजहांपुर को भले ही सपनों की तरह हकीकत में एक नया शाहजहांपुर बनाने के लिए प्रयासरत हो और उसका विजन दिखाई भी देने लगा है लेकिन उनकी विकासशील विचारधारा को लगातार कहीं न कहीं पर संबंधित अधिकारी कर्मचारी और छुटभैया नेता उतना प्रयास करना तो छोड़ो और उनकी विकास वादी कार्य को ही आगे नहीं बढ़ने दे रहे हैं।
जब 2018 में नगर निगम बना तब लोगों को उम्मीद थी कि वार्डों में अब व्यवस्थाएं बेहतर होगी । मगर उस पर पानी फिरता दिख रहा है। कई बार शिकायतों के बावजूद भी समस्याओं से लोगों को निजात नहीं मिल पा रही हैं। वहींं, नगर निगम की तेज तर्रार महिला मेयर अर्चना वर्मा से जनता का भरोसा टूटता जा रहा है। क्योंकि वार्ड वासियों का कहना है कि नाले पर हो रहे अतिक्रमण को लेकर वार्ड चौपाल में मेयर के संज्ञान में बात डाली थी। मगर उस पर कोई कार्रवाई होती नहीं दिख रही है। वार्ड की प्रमुख समस्याएं नालों पर अतिक्रमण, खुले नाले, तालाब का सौन्द्रीयकरण पर रोक, पार्क की दुर्दशा, सफाई व्यवस्था, पानी का फ्लो बहुत ज्यादा कम होना लोगों के जेहन में चुभ सा रहा है।
अजीजगंज स्थित शहीद भगत सिंह पार्क को नगर निगम ने लाखों रुपए खर्च कर बहुत सुंदर बनाया था आज वह अपने बदहाली के आंसू रो रहा है। बच्चों के लिए बनाए गए पार्क में लगाए गए झूले गायब हो गए हैं साथ ही पार्क में लगे पौधों को पानी देने के लिए लगाया गया समरसेविल एक साल से लापता हो गया। जिसके कारण पेड़ पूरी तरह से नष्ट हो गए। पार्क में रात के समय दूधिया रोशनी देने के लिए लगी स्ट्रीट लाइट आधी से ज्यादा खराब वहीं देखरेख ना होने की वजह से जुआ और शराब का अड्डा बनता जा रहा है।
पार्क से कूड़ा का उठाव ना होने की वजह से कूड़ा का ढेर मंदिर में लगा रहता है। लोगों के लिए बैठने के लिए लगाई गई सीटें कबाड़ में तब्दील हो गई हैं। साथ ही अजीजगंज में खुले नाले मौत को दाबत दे रहे हैं । आए दिन रात के अंधेरे में नाले में गाय व बच्चे गिर रहे हैं । मगर मामला संज्ञान में होने के बावजूद नगर निगम कुंभकर्णी नींद में सोया हुआ है और हादसे का इंतजार कर रहा है। वहीं, नालों पर हो रखे अतिक्रमण को भी नगर निगम नजरअंदाज कर रहा है।
क्या बोले वार्ड 6 के पार्षद मनीष गुप्ता

शहीद भगत सिंह पार्क से समरसेविल, झूले कब उखाड़ कर कौन ले गया मेरी जानकारी में नहीं है । अगर मेरी जानकारी में होता तो मैं जरूर सही कराने का प्रयास करता । नालों पर जो अतिक्रमण है उसके लिए नगर निगम से बराबर पत्रचार होने के उपरांत भी बोर्ड की बैठक में अधिकारियों व महापौर के संज्ञान लाने के बावजूद भी अभी तक अतिक्रमण के खिलाफ सख्त कदम नहीं उठाया गया है। वह बोर्ड की पहली बैठक से लेकर आजतक बार बार लिखित में समस्या दे रहे हैं। नालों को कवर्ड कराना चाहिए आएदिन गौवंश और आमजन की जान हमेशा खतरे में रहती है। मगर मैं हमेशा हर कार्य के लिए तत्पर रहता हूं ।
क्या बोले महानगर निवासी

मोहल्ला अजीजगंज निवासी मेवाराम ने दैनिक भास्कर को बताया कि शहीद भगत सिंह पार्क इस समय बदहाली के आंसू रो रहा है। देखरेख ना होने की वजह से लाइट खराब पड़ी है, झूले गायब हो गए हैं, पानी का मोटर गायब हो गया,पानी न लगने से पौधे सूखकर नष्ट हो गए , बैठने वाली सीटें टूटी पड़ी हैं, पार्क वर्तमान में जुआ का अड्डा बना हुआ है मगर कोई इसे देखने वाला नहीं है। देखरेख के लिए एक कर्मचारी जरूर होना चाहिए।
अजीजगंज निवासी प्रमोद ने बताया कि नाला चोक होने की वजह से ब्रह्मदेव मंदिर के सामने गंदा पानी भरा रहता है, नाला खुलेगा जब ही पानी पास होगा, जब अधिकारी लोग आते है तब सफाई होती है बाद में कोई सुनवाई नहीं ।
अजीजगंज निवासी मुनेंद्र बताते हैं कि गहरे खुले नाले मौत को दावत दे रहे आएदिन आवारा पशु, वाहन चालक अंधेरे होने की वजह से नाले में गिर जाते है। इससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है जल्द से जल्द नाले को कवर किया जाए।
अजीजगंज निवासी मनप्रीत सिंह ने बताया कि नाले पर जो अतिक्रमण हो रखा है वो तत्काल नगर निगम को हटवाना चाहिए ।
क्या बोली बीजेपी महापौर अर्चना वर्मा
दैनिक भास्कर द्वारा पूछे जाने पर महापौर अर्चना वर्मा ने बताया कि नगर निगम क्षेत्र में खुले नाले और नाले पर अतिक्रमण सहित पार्क का मामला संज्ञान में आया है। जल्द ही इन सभी समस्याओं का निस्तारण कराया जाएगा ।
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