Shahjahanpur : युवक का अपहरण कर जान से मारने का किया प्रयास

  • रामगंगा के टापू में घटना को दिया अंजाम
  • कई थानों की पुलिस ने आरोपियों को घेरा,तब युवक को दूसरे घाट पर छोड़ा
  • कल्लू नज़्जू गैंग का शरणदाता है आरोपी पक्ष

Shahjahanpur : जनपद के परौर थाना क्षेत्र में कल्लू गैंग के शरणदाताओं ने युवक का अपहरण कर जान से मारने का प्रयास किया।अपहरण की घटना से पुलिस में हड़कंप मच गया।कई थानों की पुलिस ने घेराबंदी की।तब कहीं जाकर आरोपियों ने युवक को नाव पर बैठाकर छोड़ दिया।घटना थाने के पीछे चंद कदम की बताई जा रही है।पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगा है।पुलिस ने समय रहते कार्यवाही की होती तो शायद इस तरह की घटना नहीं घटती।परौर के मजरा मंझा गांव की घटना है।बताया जा रहा है कि तीन दिन पहले रात में धर्मवीरश्यामपाल के घर में घुसे थे।थाने जाते समय महिला को रोककर उसके साथ गाली गलौज और मारपीट और जान से मारने की धमकी दी।महिला ने छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए शनिवार सुबह आरोपी व उसके परिजनों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया।

मुकदमा दर्ज होने से नाराज आरापियों ने शाम को महिला के ससुर श्यामपाल को खेत की रखवाली करने जाते समय नाव पर बैठते समय घेर लिया।लाठियों से पीट दिया।महिला के ससुर ने थाने पर शिकायत की।बताया जा रहा है ससुर के साथ गांव के सावेन्द्र व उदयराज भी थाने गए थे।आरोपियों ने रविवार सुबह महिला व श्यामपाल के मददगार सावेन्द्र व उनके भाई उदयराज को खेत पर तार की बाड़ लगाते समय घेर लिया।आरोपियों ने सावेन्द्र को नाव पर डालकर रामगंगा के टापू में ले जाकर जान से मारने का प्रयास किया।दिन दहाड़े अपहरण की घटना से पुलिस में हड़कंप मच गया।

एसएचओ ने आनन फानन घटना की सूचना आला आधिकारियों को दी।सावेन्द्र को बरामद करने के लिए रामगंगा के दोनों छोर पर सीओ के साथ परौर,कलान व मिर्जापुर की पुलिस दूसरे छोर पर मदनापुर, कटरा,गढ़ियारंगीन व जैतीपुर की पुलिस ने घेरा तक कहीं जाकर आराेपी सावेन्द्र को नाव बैठाकर दूसरे घाट पर छोड़कर भाग गए।अजयपाल फौजी,नन्हे पाल, अनगपाल,धर्मवीर,समेत कई लोगों के खिलाफ तहरीर दी है।

वहीं सावेन्द्र पक्ष के अगरवीर ने बताया कि इस घटना का कल्लू नज्जू गैंग के नजजू गुर्जर से कोई संबंध नहीं है।जो नज्जू गुर्जर से घटना को जोड़ रहे हैं वह अफवाह है।आरोपी कल्लू नज्जू गैंग के शरणदाता हैं।दो आराेपी जिला बदर हैं।दोनों घर पर ही रह रहे हैं।पुलिस की नाक के नीचे रहना पुलिस पर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं।यदि समय रहते जिला बदर के खिलाफ कार्यवाही की होती तो शायद आरापी पक्ष के हौंसले बुलंद नहीं होते।

पुरानी रंजिश के चलते दिया घटना को अंजाम

जानकारी के अनुसार पुरानी रंजिश को लेकर आराेपियों ने घटना को अंजाम दिया है।बताया जा रहा है कि तीन साल पहले अजयपाल पक्ष ने सावेन्द्र व सुखपाल की दो भैंस चोरी कर बिक्री कर ली थी।जिस मामले में मुकदमा दर्ज किया गया।आरोपी जेल भेजे गए थे। जिसका मुकदमा न्यायालय में चल रहा है।
अगरवीर ने बताया कि भैंस चोरी के मामले को लेकर अजयपाल पक्ष के लोग रंजिश मानने लगे थे।

पुलिस की घेराबंदी से घबराए आरोपी

अपहरण की घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई।पीड़ित पक्ष के परिजन आनन फानन घटना की ओर दौड़ पड़े।तब तक आरोपी सावेन्द्र का अपहरण कर नाव पर बैठाकर रामगंगा के बीच धारा में पहुंच चुके थे।परिजन चीखते चिल्लाते रह गए।मजबूरन परिजनों ने पीआरवबी व पुलिस को सूचना दी।अपहरण की सूचना के बाद पुलिस में हड़कंप मच गया।उच्चाधिकारियों के आदेश पर सीओ मौके पर पहुंच गए।रामगंगा के दोनों तरफ पुलिस की घेराबंदी कराई गयी।पुलिस फोर्स देखकर आरापियों के हौंसल पस्त हो गए।आरोपियों ने सावेन्द्र को नाव पर बैठाकर कुंडरिया की तरफ छोड़ दिया।
उधर जब इस संबंध में एसएचओ अशोक कुमार सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सावेन्द्र का अपहरण नहीं हुआ।मारपीट का मामला है।पीड़ित पक्ष की तहरीर पर सात आठ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।बाकी के आरोप निराधार हैं।

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