
- हुल्लापुर चौराहे पर देर रात मचा बवाल हजारों लेकर निपटा केस
- दलाल और पुलिस ने ले देकर किया रफा दफा
शाहजहांपुर। जनपद का अल्हागंज थाना आजकल विवादों में सुर्खियां बटोर रहा है। आए दिन कोई न कोई समस्या ऐसी उत्पन्न हो रही है जिससे पीड़ितों को न्याय मिलना एक बड़ी चुनौती साबित हो रही है। जिसको लेकर जनपद का इकलौता थाना अल्हागंज पूरे जनपद के पुलिस अधिकारियों की छवि को धूमिल करने के साथ बीजेपी सरकार को बदनाम करने में महारथ हासिल करने में लगा है।
लगातार मिल रही शिकायतों को लेकर डीएम धर्मेन्द्र प्रताप सिंह के द्वारा कराई जा रही मजिस्ट्रेट जांच अभी पूरी भी नहीं हुई तब तक अल्हागंज थाने के दो पुलिसकर्मियों द्वारा 50 लाख के लेनदेन जैसे फ्राड मामले में 25 लाख की फिरौती मांगने की वायरल ऑडियो से जावेद और धर्मेंद्र कुमार निलंबित किए जा चुके हैं। वहीं थानाध्यक्ष ओम प्रकाश के खिलाफ कोर्ट में परिवाद भी दायर हो गया। हालांकि उनके ऊपर उच्च अधिकारियों का आशीर्वाद बना हुआ है जिसके कारण वह अपनी कार्यशैली में कोई भी बदलाव करना उचित नहीं समझते हैं।
“”आइए जानते है क्या है पूरा मामला””
ताजा मामला शनिवार देर रात करीब 10 बजे का अल्हागंज थाना क्षेत्र के हुल्लापुर चौराहे का है जहां कलान के दो युवकों द्वारा नवाबगंज जिला फर्रुखाबाद से औरैया निवासी एक महिला को 40 हजार में खरीदकर कलान ले जाया जा रहा था। इस दौरान उसने हुल्लापुर चौराहे पहुंचते ही पुलिस की गाड़ी देख अपने एक वर्षीय बच्चे को लैट्रीन कराने के वास्ते टैक्टर रुकवाया जिसके बाद वह नीचे उतरी और टैक्टर से उतरते ही महिला अचानक डॉयल 112 पुलिस की गाड़ी के पास जा पहुंची जहां उसने पूरे जानकारी पुलिस को खुद बताई हालांकि कुछ ही पल में डॉयल 112 गाड़ी मौके से चली गई, जबकि हुल्लापुर चौकी पर ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी पहुंचे और मामले की पूरी जानकारी की तो पता चला कि कलान के युवक महिला को 40 हजार में खरीदकर लाए थे जिनके साथ वह जाना नहीं चाहती थी। इस दौरान पुलिस से उसने मदद मांगी और महिला ने उक्त लोगों के साथ कलान जाने से इंकार कर दिया। देखते ही देखते हुल्लापुर चौराहे पर बवाल मच गया जिससे कई लोग मौके से एकत्रित हो गए।
बवाल खड़ा होते देख मौके पर पहुंची पुलिस और उनके दलालों ने मामले को शांत करने का प्रयास किया, लेकिन जब जानकारी जुटाई तो मामला संवेदनशील निकला जिस पर पुलिस ने कार्यवाही की बात कही । कार्यवाही की बात से घबराए कलान के युवकों ने मामले को रफा दफा करने के लिए पुलिस से बातचीत कर मामले को निपटाने की बात कही । इस दौरान मौके पर मौजूद लोगों के मुताबिक दलाल ने चार हजार और पुलिस ने दस हजार लेकर मामले को रफा दफा किया। इस दौरान पुलिस के माध्यम से मामला शांत हुआ। महिला ने कलान के युवकों के साथ जाने से इंकार करते हुए बताया कि वह उन्हें नहीं जानती है इसलिए उनके साथ नहीं जाना चाहती है। वहीं पुलिस इस मामले में जांच का वास्ता देकर मामले को रफा दफा करने में जुट गई और सभी को बिना किसी कार्यवाही के बरी कर दिया।
“”महिला तस्करी में बरी कैसे किया जा सकता…?””
ज्ञात हो कि भारत में मानव तस्करी एक अपराध की श्रेणी में आता है जिसको लेकर सरकार द्वारा कठोर कानून भी बनाए गए हैं लेकिन इसके बावजूद पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की। खास बात यह है कि एक महिला जिसको लेकर सरकार लगातार महिला शसक्तीकरण जैसे अभियान चलाकर उन्हें एक अच्छा जीवन जीने का अधिकार देती है लगभग सभी विभागों में आरक्षण दे रही है और उनकी शिकायतें को गम्भीरता से लेते हुए प्राथमिकता के आधार पर कार्यवाही की बात करती है। वहीं शाहजहांपुर में अल्हागंज पुलिस सरकार के सभी दावों को पैरों तले कुचलते हुए एक तानशाही रवैया अपनाए हुए है।
अब सवाल उठता है कि जिसने महिला को खरीदा और जिसने 40 हजार में बेंचा उनकी जांच किस तरह से की गई जो हुल्लापुर चौराहे से ही सभी को बिना किसी कार्यवाही के छोड़ दिया गया।
थानाध्यक्ष की कई शिकायतें के बाद भी कार्यवाही जीरो
कई शिकायतकर्ता साहब के बॉस से भी मिले और थानाध्यक्ष की शिकायत की लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। यहां तक कि कई शिकायतकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन भी किया लेकिन उन्हें केवल आश्वासन देकर टरका दिया गया जबकि कार्यवाही जीरो रही । इससे क्षेत्र में लगातार तरह तरह की चर्चाएं हो रही हैं कि आखिर बॉस की साहब पर इतनी मेहरबानी किसी राजनीतिक दबाव के चलते है या खुद मेहरबान बने हुए हैं कुछ समझ नहीं आ रहा है आजतक ऐसा वक्त कभी नहीं देखने को मिला कि सरकार जीरो ट्रांसलेट नीति के तहत कार्य करने की बात करे और उनके अधिकारी कर्मचारी जीरो कार्यवाही की नीति पर चलें जिससे लगातार भाजपा सरकार की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है। हालांकि यह कहना मुश्किल है साहब पर बॉस के अलावा नेताओं का संरक्षण क्यों बरकार है ।
“”क्या बोले पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी””
जब इस संबंध में पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि उन्हें इस मामले की जा करी नहीं है थानाध्यक्ष से बात की जाएगी।
यह भी पढ़ें: फिरोजाबाद : पिता ने ही बेटी की गर्दन पर किया था कुल्हाड़ी से वार, प्रेम प्रसंग बना वजह