केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को महाराष्ट्र में चुनावी सभा के दौरान कहा कि अब जम्मू-कश्मीर की विधानसभा में अनुच्छेद 370 हटाने के लिए जोरदार प्रयास किया जा रहा है, लेकिन इसे किसी भी कीमत पर सफल होने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि भले ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार की चार पीढ़ियां आ जाएं, लेकिन हम जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 नहीं हटाएंगे। अमित शाह ने कहा कि शरद पवार केंद्र में दस साल तक मंत्री थे, लेकिन उन्होंने महाराष्ट्र के लिए कुछ नहीं किया।
महाराष्ट्र की शिराला विधानसभा क्षेत्र में चुनाव सभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि उनके पिता स्वर्गीय बालासाहेब ठाकरे ने औरंगाबाद जिले का नाम संभाजी नगर करने की पहली मांग की थी। सरकार ने उनकी मांग को पूरा किया लेकिन अब उनके बेटे उद्धव ठाकरे औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर करने का विरोध कर रहे हैं। अमित शाह ने कहा कि औरंगाबाद का नाम बदलकर छत्रपति संभाजीनगर कर दिया गया है और अब यही नाम रहेगा, अब इसे कोई नहीं बदल सकता। अमित शाह ने पूछा कि क्या उद्धव ठाकरे वक्फ बोर्ड का विरोध करेंगे? प्रधानमंत्री मोदी ने सरकार में आने के बाद पांच साल में राम मंदिर बनाकर दिखा दिया है। शरद पवार और उद्धव ठाकरे दोनों ही राम मंदिर नहीं गए, क्योंकि वे वोट बैंक से डरते हैं। अमित शाह ने कहा कि शिराला में नागपंचमी उत्सव फिर शुरू होगा, अब इसे कोई नहीं रोक सकता।
अमित शाह ने कहा कि शरद पवार को जवाब देना चाहिए कि जब गठबंधन दस साल तक राज्य में सत्ता में था तो उन्होंने क्या किया। मोदी ने महाराष्ट्र के विकास के लिए ज्यादा से ज्यादा फंड मुहैया कराने की कोशिश की। पश्चिमी महाराष्ट्र में राष्ट्रीय राजमार्गों का एक नेटवर्क स्थापित किया गया है। आयुष्मान भारत योजना से 10 लाख लोगों को फायदा हुआ है। लाडली बहन योजना से सात लाख महिलाओं को लाभ हुआ है। इस मौके पर उन्होंने आश्वासन दिया कि राज्य में महागठबंधन की सरकार आने पर केंद्र सरकार की मदद से महाराष्ट्र को देश का नंबर एक राज्य बनाया जाएगा।
अमित शाह ने कहा कि अगर गलती से भी महा विकास अघाड़ी सरकार आ गई तो आदित्य ठाकरे की जगह उद्धव ठाकरे और सुप्रिया सुले की जगह शरद पवार लेंगे, जबकि कांग्रेस एक दर्जन लोगों को मुख्यमंत्री बनाने के लिए तैयार है।